पिछले 18 घंटों से जारी मूसलाधार बारिश ने भोपाल में जनजीवन अस्त-व्यस्त कर दिया है। शहर के कई इलाकों में गंभीर जलभराव की स्थिति बन गई है, जिससे आम जनजीवन प्रभावित हुआ है।
By: Ajay Tiwari
Jul 29, 20257:46 PM
भोपाल. स्टार समाचार वेब.
पिछले 18 घंटों से जारी मूसलाधार बारिश ने भोपाल में जनजीवन अस्त-व्यस्त कर दिया है। शहर के कई इलाकों में गंभीर जलभराव की स्थिति बन गई है, जिससे आम जनजीवन प्रभावित हुआ है।
अयोध्या बायपास स्थित इको ग्रीन पार्क और कोलार रोड स्थित जानकी सोसायटी में 2 से 3 फीट तक पानी भर गया है। इको ग्रीन पार्क के लगभग 100 घरों में जलभराव की शिकायत है। सोसायटी के रहवासियों ने बताया कि पास से गुजरने वाला पुल पातरा नाला ओवरफ्लो होने के कारण यह स्थिति बनी है। जानकी सोसायटी के बेसमेंट में इतना पानी भर गया कि कई दोपहिया वाहन डूब गए, जिन्हें निकालने के लिए फायर ब्रिगेड की टीम बुलाई गई।
भारी बारिश को देखते हुए, कल यानी बुधवार, 30 जुलाई 2025 को भोपाल के सभी सरकारी और निजी स्कूलों में छुट्टी घोषित कर दी गई है। डीईओ एनके अहिरवार ने कलेक्टर के निर्देश पर यह आदेश जारी किया।
प्रभावित इलाके
जेके रोड (मिनाल रेजीडेंसी और सीपेट के सामने), करोंद, शिवनगर, अशोका गार्डन, लिंक रोड नंबर-1, नेहरू नगर, इंडस टाउन और नवबहार सब्जी मंडी शामिल हैं, जहाँ सड़कों पर पानी भरने से आवागमन बाधित हुआ। वीआईपी रोड स्थित कर्बला के पास एक पेड़ गिरने से यातायात प्रभावित हुआ, जिसे नगर निगम की टीम ने हटाया।
बड़ा तालाब: इस मानसूनी सीजन में पहली बार कोलांस नदी के उफान पर आने से बड़ा तालाब का जलस्तर 1661.80 फीट तक पहुंच गया है, जो इसकी पूर्ण क्षमता (1666.80 फीट) से अब केवल 5 फीट ही कम है। जल संसाधन विभाग ने भदभदा डैम के गेट खोलने की तैयारी शुरू कर दी है, जिसका पानी सीधे कलियासोत डैम में पहुंचेगा।
कलियासोत डैम: डैम का जलस्तर 1649.93 फीट है (कुल क्षमता 1659.02 फीट)। मंगलवार दोपहर 12 बजे सीजन में पहली बार कलियासोत डैम का एक गेट टेस्टिंग के लिए खोला गया।
केरवा डैम: यह 1673 फीट की क्षमता वाले केरवा डैम में अब तक 1654 फीट पानी आ चुका है।
कोलार डैम: इसका जलस्तर 1492.94 फीट है (कुल क्षमता 1516.40 फीट)।
मौसम विभाग का अलर्ट: मौसम विभाग ने भोपाल में आज भी भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है, जिसमें अगले 24 घंटों में साढ़े 4 इंच तक बारिश होने का अनुमान है। इस बार मानसून में कमजोर सिस्टम के कारण भोपाल में बारिश की तीव्रता कम रही है, लेकिन हालिया स्पैल ने शहर में जलभराव की स्थिति पैदा कर दी है।