सतना जिले में खाद की भारी किल्लत से किसान हलाकान हैं। टोकन मिलने के बाद भी किसानों को केवल दो-दो बोरी खाद मिल रही है। नाराज किसानों ने मार्कफेड गोदाम के सामने खाद से लदे ट्रकों को रोककर हंगामा किया और सतना-चित्रकूट मार्ग बाधित कर दिया। पूर्व विधायक कल्पना वर्मा ने ज्ञापन सौंपकर प्रशासन पर लापरवाही व किसानों पर झूठे मुकदमे दर्ज करने का आरोप लगाया।
By: Yogesh Patel
Sep 03, 2025just now
हाइलाइट्स
सतना, स्टार समाचार वेब
तमाम प्रशासनिक दावों के बावजूद खाद का संकट फिलहाल दूर करने में प्रशासन विफल साबित हो रहा है। हालात यह हैं कि दिनभर खरीदी केन्द्रों के चक्कर काटने के बाद भी किसानों को केवल दो-दो बोरी खाद मिल रही है। कई केन्द्रों में तो पूरा दिन खराब करने के बाद भी किसानों को खाद नसीब नहीं हो पा रही है। यह आलम जिला मुख्यालय के खरीदी केन्द्रों से लेकर कस्बाई क्षेत्रों तक है। मंगलवार को ऐसे ही नाराज किसानों ने जिला मुख्यालय स्थित मार्कफेड गोदाम के सामने खाद से लदे ट्रकों को रोक कर हंगामा कर दिया। खाद संकट पर रैगांव, बिरसिंहपुर व नागौद क्षेत्र के किसान भी नाराज नजर आए।
5 हजार से अधिक टोकन वितरित
सूत्रों के अनुसार सतना व मैहर जिले के पांच हजार से अधिक किसानों को 4 सितम्बर का टोकन दिया गया है। बताया जाता है कि सोमवार को 2600 मीट्रिक टन यूरिया का रैक पहुंचा जिसकी एक खेप लेकर ट्रक कोठी रोड स्थित मार्कफेड गोदाम पहुंची लेकिन वहां खाद संकट से नाराज किसानों ने हंगामा कर दिया और खाद से लदे ट्रकों को रोक लिया। इससे सतना- चित्रकूट मार्ग का यातायात बाधित हो गया जिसकी जानकारी मिलने पर एसडीएम राहुल सिलाड़िया व सिविल लाइन थाना प्रभारी योगेन्द्र सिंह परिहार पहुंचे। काफी देर तक अधिकारियों ने समझाइस दी लेकिन नाराज किसान मानने को तैयार नहीं थे। अंतत: अधिकारियों ने रैक की जानकारी दी और खाद उपलब्ध कराने का वादा किया। तब नाराज किसानों ने अवरुद्ध यातायात बहाल किया। इस दौरान तकरीबन 40 मिनट तक सतना- चित्रकूट मार्ग का यातायात बाधित रहा।
सोमवार को 2600 मीट्रिक टन यूरिया खाद आ गई है जिसका वितरण मंगलवार को कई केन्द्रों में किया जा रहा है। पहले वे पांच हजार किसान प्राथमिकता में है जिन्हें टोकन दिए गए हैं। किसानों को चाहिए कि धान में सिर्फ दो बार यूरिया का प्रयोग करें। टॉप ड्रेसिंग में डीएपी का उपयोग करना फायदेमंद होगा।
आशीष पांडेय, डीडीए , कृषि विभाग
उधर खाद संकट को लेकर पूर्व विधायक ने सौंपा ज्ञापन
रैगांव विधानसभा क्षेत्र में खाद की किल्लत से जूझ रहे किसानों की समस्याओं को लेकर पूर्व विधायक श्रीमती कल्पना वर्मा के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल ने सोमवार को अनुविभागीय अधिकारी को ज्ञापन सौंपा। इस दौरान प्रतिनिधिमंडल ने प्रशासन से मांग की कि किसानों को तत्काल खाद उपलब्ध कराई जाए, जिससे वे समय पर खेती कर सकें। पूर्व विधायक कल्पना वर्मा ने आरोप लगाया कि किसान एक-एक दाने खाद के लिए भटक रहे हैं, लेकिन प्रशासन उनकी कोई सुध नहीं ले रहा है। उल्टा किसानों पर झूठे मुकदमे दर्ज किए जा रहे हैं और लाठी चार्ज जैसी घटनाएं हो रही हैं। ज्ञापन सौंपने पहुंचे प्रतिनिधिमंडल में ब्लॉक कांग्रेस कमेटी कोठी के अध्यक्ष नलिनेंद्र मिश्रा, सोहावल अध्यक्ष प्रवीण सिंह, गोपेश शर्मा, मोहम्मद साबिर, राममणि शुक्ला, विनय सिंह गुड्डा, कृष्णेन्द्र सिंह, अशोक शर्मा, रजनीश मिश्रा, सुरेंद्र सिंह, जमुना कोल, तरुणेन्द्र सिंह, गांधी सिंह, शिवकुमार बुनकर, रामकुमार विश्वकर्मा, कृष्णम सिंह, अभय सिंह, रामसखा कुशवाहा, नन्हे सिंह, घनश्याम परोहा, ओम प्रकाश कुशवाहा, छोटेलाल, माधवेंद्र सिंह, रघुराज सिंह कुड़िया सहित बड़ी संख्या में कार्यकर्ता व किसान शामिल थे। पूर्व विधायक ने चेतावनी दी कि यदि किसानों की समस्याओं का समाधान नहीं किया गया तो कांग्रेस चरणबद्ध आंदोलन करेगी।
खाद की किल्लत से किसान हलाकान
जिले में खाद की भारी किल्लत ने किसानों की कमर तोड़ दी है। समितियों व सहकारी संस्थाओं पर खाद नहीं मिलने से किसान घंटों कतार में खड़े होकर भी खाली हाथ लौट रहे हैं। महिला कांग्रेस की प्रदेश सचिव वंदना बागरी ने इस संकट के लिए भाजपा सरकार को जिम्मेदार ठहराया है। उन्होंने आरोप लगाया कि व्यापारी प्रशासन की मिलीभगत से खाद उठाकर गोदामों में जमा कर लेते हैं और फिर ऊँचे दामों पर बेचते हैं। स् कोठी, नागौद, सिंहपुर जैसे क्षेत्रों में किसान बेहद परेशान हैं। श्रीमती बागरी ने मांग की कि सभी किसानों को टोकन के आधार पर खाद दी जाए और कालाबाजारी पर सख्त कार्रवाई हो।