मऊगंज जिले में 15 दिवसीय 'नशे से दूरी है जरूरी' जन-जागरूकता अभियान का भव्य समापन हुआ। इस अभियान में डेढ़ से दो लाख लोगों ने नशे के खिलाफ शपथ ली और हजारों ने हस्ताक्षर कर अपना समर्थन जताया। पुलिस अधीक्षक दिलीप सोनी ने युवाओं से नशामुक्त समाज के निर्माण का आह्वान किया और बताया कि यह अभियान अब निरंतर जारी रहेगा।
By: Yogesh Patel
Jul 31, 202518 hours ago
हाइलाइट्स
मऊगंज, स्टार समाचार वेब
मऊगंज जिले में नशामुक्त समाज की परिकल्पना को साकार करने हेतु 15 दिवसीय ‘नशे से दूरी है’ जरूरी राज्यव्यापी जन-जागरूकता अभियान का आज भव्य समापन हुआ। इस अभियान ने केवल एक संदेश नहीं दिया, बल्कि जन-जन के भीतर चेतना की एक ऐसी ज्वाला प्रज्वलित की, जिसने युवाओं के मन से नशे के अंधकार को परे हटाने का संकल्प जगा दिया।
समापन बुधवार शाम 4 बजे कार्यक्रम हनुमान मंदिर सीनियर सेकेंडरी स्कूल में आयोजित हुआ, जहां पुलिस अधीक्षक दिलीप कुमार सोनी एवं अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक विक्रम सिंह की उपस्थिति में विद्यार्थियों को नशे के दुष्परिणामों से अवगत कराया गया। इस अवसर पर उपस्थित छात्र-छात्राओं ने शपथ ली कि वे स्वयं भी नशे से दूर रहेंगे और समाज को भी इसके विरुद्ध जागरूक करेंगे। पुलिस अधीक्षक ने कहा कि नशा केवल एक व्यक्ति का नहीं, समूचे समाज का शत्रु है। यह शरीर को खोखला करता है और पीढ़ियों के भविष्य को लीलता है।
संवाद से जागा जन-संकल्प
15 से 30 जुलाई तक चले इस अभियान के अंतर्गत जनपद में विभिन्न विधाओं के माध्यम से नशे के विरुद्ध आवाज बुलंद की गई। केदारनाथ महाविद्यालय से प्रारंभ हुई जागरूकता रैली और नुक्कड़ नाटक ने समाज के हर वर्ग को सोचने पर मजबूर किया। स्कूल-कॉलेजों में शपथ ग्रहण, चित्रकला, निबंध और लघु फिल्म प्रदर्शन जैसे कार्यक्रमों में विद्यार्थियों, शिक्षकों, अभिभावकों तथा सामाजिक संगठनों की भागीदारी उल्लेखनीय रही।
संकल्प से सिद्धि की ओर, एक नई शुरूआत
इस अभियान के दौरान पुलिस टीमों ने न केवल शहरों बल्कि ग्रामीण अंचलों और संवेदनशील बस्तियों में जाकर संवाद, जागरूकता और नाट्य प्रस्तुतियों के माध्यम से लोगों से सीधा संवाद किया। इसके परिणामस्वरूप पुलिस को कई महत्वपूर्ण जानकारियां भी मिलीं, जिससे हाल ही में नशीली कफ सिरप तस्करी के बड़े गिरोह का पदार्फाश संभव हुआ।
डेढ़ से दो लाख लोगों तक पहुंचा संदेश नशा छोड़ो, जीवन जोड़ो
इस महाअभियान की विशेष उपलब्धि यह रही कि मऊगंज जिले में लगभग डेढ़ से दो लाख लोगों ने नशे के विरुद्ध शपथ ली और हजारों नागरिकों ने हस्ताक्षर अभियान में भाग लेकर समर्थन प्रकट किया। एक ही दिन में 15,000 से अधिक विद्यार्थियों द्वारा एक साथ शपथ लेना इस बात का प्रमाण है। कि यह अभियान केवल कार्यक्रम नहीं, बल्कि एक जनांदोलन बन चुका है।
नशे के खिलाफ पाठ्यक्रम निर्माण की रणनीति पर भी विचार
पुलिस अधीक्षक दिलीप सोनी ने बताया कि इस अभियान के अनुभवों से यह स्पष्ट हुआ है कि युवाओं की ऊर्जा को सकारात्मक दिशा देने के लिए नशामुक्ति पर आधारित विशेष कोर्स की योजना बनाई जा रही है। इसके लिए प्रशासनिक स्तर पर कलेक्टर एवं अन्य अधिकारियों के साथ विमर्श कर एक ठोस रणनीति तैयार की जा रही है।
सिर्फ 15 दिन नहीं निरंतर जारी रहेगा अभियान
पुलिस अधीक्षक ने स्पष्ट किया कि यह महाअभियान मात्र 15 दिनों तक सीमित नहीं रहेगा, बल्कि मध्य प्रदेश पुलिस इसे निरंतर विभिन्न रूपों में जारी रखेगी। उनका कहना था, हर युवा को अब नशे के विरुद्ध योद्धा बनना होगा। यह समाज की नहीं, समूचे राष्ट्र की पुकार है। यह अभियान एक संकल्प था, एक समर्पण था और अब यह एक जनचेतना का स्वरूप ले चुका है। मऊगंज अब नशे के अंधकार से उबरने की दिशा में तेजी से अग्रसर है - क्योंकि जब युवा जागेगा, तभी समाज बचेगा।