सतना में नागौद एसडीओपी रघु केशरी के भाई और ढाबा संचालक के बीच हुए विवाद ने तूल पकड़ लिया है। अड़ीबाजी और मारपीट के आरोप में ढाबा संचालक समेत चार लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया, जबकि CCTV कैमरे का डीवीआर पुलिस कार्रवाई के दौरान गायब बताया जा रहा है। आरोप है कि डीवीआर एसडीओपी के कहने पर थाने के कर्मचारी ने निकाला। इस मामले पर रायल राजपूत संगठन ने जांच और एसडीओपी के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।
By: Yogesh Patel
Oct 25, 2025just now
हाइलाइट्स:
सतना, स्टार समाचार वेब
एसडीओपी नागौद के भाई के द्वारा शिकायत दर्ज कराई जाती है कि उसके साथ ढाबा संचालक ने अड़ीबाजी की। 5 हजार रुपए की मांग की, मुकदमा कायम होता है, ढाबा संचालक समेत चार गिरफ्तार कर लिए जाते हैं। इस बीच ढाबा में लगे सीसीटीवी कैमरा का डीवीआर कार्रवाई करने पहुंची पुलिस के द्वारा जब्ती के नाम पर गायब कर दिया जाता है। आरोप है कि डीवीआर एसडीओपी के कहने पर नागौद थाने के एक पुलिस कर्मी ने निकाले।
कार में किस महिला से हो रही थी हाथापाई
एसडीओपी नागौद रघु केशरी के भाई रवि केशरी की शिकायत पर सिविल लाइन थाना में शिकायत दर्ज हुई। ढाबा संचालक समेत चार लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया। इन पर आरोप लगाया गया है कि ढाबा के पास कार रोकने पर 5 हजार रुपए की मांग की गई। रुपए न देने पर मारपीट की गई। अड़ीबाजी के आरोप में ढाबा संचालक व अन्य को जेल भेज दिया गया। शुक्रवार को सभी की जमानत हो गई। ढाबा संचालक रवि ने सवाल उठाया कि रात 11 बजे के करीब कार में हाईवे के किनारे किस कारण एसडीओपी परिवार के बीच बात- विवाद हो रहा था। कार में कौन महिला थी जिससे एसडीओपी का भाई मारपीट करने पर उतारू था। आरोपी बनाया गया ढाबा संचालक रवि ने सवाल उठाया कि घटना सामान्य मारपीट की थी। पुलिस ने किस आधार पर अड़ीबाजी का मुकदमा दर्ज किया। ढाबा से सीसीटीवी कैमरे के डीवीआर जबर्दस्ती कर क्यों जब्त किया। सीसीटीवी कैमरे के डीवीडीआर सामने आ जाए तो पूरी सच्चाई सामने आ जाएगी।
थाना के बाहर एसडीओपी के भाई ने की मारपीट
रैगांव मोड़ के पहले स्थित मामा ढाबा में हुई घटना के बाद एसडीओपी नागौद ने टीआई नागौद और टीआई सिविल लाइन को फोन किया। दोनों टीआई पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे। कार्यक्षेत्र सिविल लाइन अंतर्गत होने की वजह से ढाबा संचालक रविराज, उसके छोटे भाई लकी, ढाबा के कर्मचारी बालेन्द्र व सुनील को पकड़कर लाया गया। ढाबा संचालक रवि ने बताया कि सिविल लाइन थाना के बाहर एसडीओपी नागौद की मौजूदगी में उसके भाई रवि के द्वारा बेरहमी पूर्वक मारपीट की गई। एसडीओपी ने भी मारपीट की। एसडीओपी के भाई के द्वारा मारपीट किए जाने पर टीआई सिविल लाइन ने आपत्ति जताई। खाकी से जुड़े सूत्रों ने बताया कि घटना स्थल से लेकर हर जगह पर अपनी मौजूदगी का साक्ष्य मिटाने में जुटाने एसडीओपी नागौद एफआईआर दर्ज कराने के लिए सिविल लाइन थाना परिसर के अंदर नहीं गए। उन्होंने एफआईआर के लिए अपने भाई को थाना के अंदर भेजा। इस मामले में रायल राजपूत संगठन ने एसडीओपी के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर आंदोलन के ऐलान किया है। रायल राजपूत संगठन के सत्येन्द्र सिंह परिहार ने कहा कि एसपी को ज्ञापन सौंपकर एसडीओपी नागौद और उनके भाई की मौजूदगी की जांच और डीवीआर जब्त करने वाले पुलिस कर्मी से डीवीआर लेकर उसकी जांच कराने की मांग की जाएगी। जांच पूरी न होने पर आंदोलन किया जाएगा।
एसडीओपी भी थे कार में मौजूद
जमानत पर जेल से बाहर आने के बाद ढाबा संचालक रवि उर्फ रविराज सिंह पिता पृथ्वीराज सिंह ने बताया कि बुधवार की रात 11 बजे के करीब ढाबा बंद किया। ढाबा के अंदर मौजूद था, ढाबा में लगे सीसीटीवी कैमरे को चेक किया तो ढाबा के पास एक कार दिखी, जिसमें दो युवक और एक महिला के अलावा कुछ और लोग दिखे। एक युवक और महिला के बीच आपस में हाथापाई हो रही थी। यह देख ढाबा से बाहर निकल कार सवारों को समझाइश देने गया। समझाइश देने पर कार सवार दोनों युवकों ने गाली गलौज कर मारपीट शुरू कर दी। बचाव के लिए हाथापाई की। बकौल ढाबा संचालक रवि जब उसके साथ हाथापाई होने लगी तो यह देख ढाबा में मौजूद उसके भाई और कर्मचारियों ने कार सवारों को लाठी- डंडे से पीटना शुरू कर दिया। जिनमें से एक युवक भाग निकला। ढाबा संचालक रवि ने बताया कि उसे नहीं मालूम था कि कार में एसडीओपी नागौद रघु केशरी और उनके परिवार के लोग बैठे हुए हैं।