रीवा के सुपर स्पेशलिटी अस्पताल और संजय गांधी अस्पताल से तीन डॉक्टरों के इस्तीफे ने स्वास्थ्य व्यवस्था को बड़ा झटका दिया है। यूरोलॉजी विभाग के डॉ विवेक शर्मा और डॉ विजय शुक्ला ने नोटिस देकर अस्पताल छोड़ने का निर्णय लिया है। वहीं संजय गांधी अस्पताल की एक गायनेकोलॉजिस्ट ने भी नौकरी छोड़ निजी अस्पताल शुरू कर दिया है। डॉक्टरों की कमी से मरीजों की परेशानी और बढ़ने की आशंका।
By: Yogesh Patel
हाइलाइट्स
रीवा, स्टार समाचार वेब
सुपर स्पेशलिटी अस्पताल और एसजीएमएच को झटका लगा है। तीन डॉक्टर नौकरी छोड़ कर जा रहे हैं। तीनों डॉक्टरो ने डीन को अल्टीमेटम नोटिस दे दिया है। डॉक्टरों के इस्तीफा देने से अस्पताल पर असर पड़ना तय है। मिली जानकारी के अनुसार सुपर स्पेशलिटी अस्पताल के दोनों डॉक्टर यूरोलॉजी विभाग के हैं। डॉक्टरों ने छोड़ने के पहले अल्टीमेटम नोटिस डीन को दे दिया है। नौकरी छोड़ने के एक महीने पहले संस्थान को सूचना देनी पड़ती है। यही वजह है कि डॉक्टरों ने जानकारी दे दी है। एक महीने का समय पूरा होते ही डॉक्टर नौकरी छोड़कर चले जाएंगे। सुपर स्पेशलिटी अस्पताल में वैसे भी चिकित्सकों की कमी थी। इनके जाने से संकट और विकराल हो जाएगा।
उम्मीदों पर खरे नहीं उतरें डीन
श्याम शाह मेडिकल कॉलेज के डीन डॉ सुनील अग्रवाल से बड़ी उम्मीदें थी। उनके आने के बाद शिक्षा और चिकित्सा व्यवस्था में सुधार की उम्मीद थी लेकिन ऐसा कुछ नहीं हुआ। डॉक्टरों का पलायन जारी है। इसके पहले भी डॉ राकेश सोनी ने इस्तीफा दे दिया था। डिप्टी सीएम के मनाने पर माने थे। डॉ सुनील अग्रवान ने उन्हें रोकने तक की कोशिश नहीं की थी। अब फिर से दो डॉक्टर सुपर से जा रहे हैं। वहीं इसकी भरपाई एक डॉ अभिनव द्विवेदी से की जाएगी।
इन डॉक्टरों ने दिया इस्तीफा
सुपर स्पेशलिटी अस्पताल के यूरोलॉजी विभाग में पदस्थ डॉ विवेक शर्मा और डॉ विजय शुक्ला नौकरी छोड़ रहे हैं। दोनों ने इस्तीफा दे दिया है। डॉ विवेक शर्मा अपने पारिवारिक समस्या के कारण नौकरी छोड़कर जा रहे हैं। वहीं डॉ विजय शुक्ला के नौकरी छोड़ने के कारणों का पता नहीं चल पाया है। पहले भी विजय शुक्ला प्राइवेट अस्पताल में सेवाएं दे रहे थे। संभव है कि वह निजी हास्पिटल में फुल टाइम सेवाएं देना चाह रहे होंगे। इसलिए नौकरी छोड़ रहे हैं।
स्त्री रोग विशेषज्ञ अपना अस्पताल चलाएंगी
इसी तरह संजय गांधी अस्पताल में एक गायने कोलॉजिस्ट भी नौकरी छोड़ रही हैं। उन्होंने अपने नए अस्पताल की शुरुआत की है। इसके पीछे उनके नौकरी छोड़ने की यही वजह बताई जा रही है। जीएमएच में सेवाएं देने की जगह वह अपने अस्पताल को फुल टाइम देंगी। एक वरिष्ठ चिकित्सक का साथ अस्पताल से छूट जाएगा।