सागर-झांसी NH 44 पर ट्रक से टक्कर में शहीद हुए मुरैना BDS टीम के 4 जवानों की पार्थिव देह मुरैना पहुंची। चंबल आईजी, डीआईजी ने श्रद्धांजलि दी और परिजनों को 5 लाख की आर्थिक सहायता दी। जवान बालाघाट में नक्सल विरोधी ड्यूटी से लौट रहे थे।
By: Ajay Tiwari
Dec 11, 20253:51 PM
मुरैना. स्टार समाचार वेब
सागर सड़क हादसे में शहीद हुए मुरैना पुलिस के चार जवानों का पार्थिव शरीर देर रात करीब 2 बजे मुरैना पुलिस लाइन पहुँचा, जहाँ उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि दी गई। श्रद्धांजलि देने के लिए चंबल आईजी सचिन अतुलकर और डीआईजी सुनील कुमार जैन सहित जिले के तमाम पुलिस अधिकारी और कर्मचारी मौजूद रहे।
डीआईजी ने इस दुखद घड़ी में जान गंवाने वाले सभी पुलिसकर्मियों के परिजनों को तत्काल एक-एक लाख रुपए के चेक सौंपे, जबकि शेष चार-चार लाख रुपए के चेक बाद में दिए जाएँगे। सरकार द्वारा अंतिम संस्कार के लिए कुल पाँच लाख रुपए की सहायता राशि प्रदान की जाती है।
यह जवान हुए शहीद
हादसे में जान गंवाने वाले जवानों के नाम परिमाल सिंह तोमर (ग्राम नख्ती, मुरैना), डॉग मास्टर विनोद शर्मा (जौरा, मुरैना), प्रद्युम्न दीक्षित (फूप, भिंड) और अनिल सिंह कौरव (ग्राम टेंटोन, भिंड) हैं। इन सभी को उनके गृह ग्रामों में अंतिम विदाई दी जाएगी।

पिता को देखकर 12 वर्षीय बेटा बिलख उठा
डॉग मास्टर विनोद शर्मा का पार्थिव शरीर जब उनके घर जौरा पहुँचा, तो शोक का माहौल छा गया। उनके पिता को देखकर 12 वर्षीय बेटा बिलख उठा, जिसे परिजन सांत्वना देकर दूर ले गए। जवान की पत्नी भी इस सदमे को बर्दाश्त नहीं कर पाईं और बेसुध हो गईं। अंबाह के नख्ती गांव में भी परिमाल सिंह तोमर के अंतिम संस्कार की तैयारी चल रही है, जहाँ लोगों की भारी भीड़ जमा हो गई है।
यह हृदय विदारक हादसा बुधवार सुबह सागर जिले के बांदरी थाना क्षेत्र में NH 44 पर हुआ था। मुरैना बीडीडीएस (बम निरोधक दस्ता) पुलिस टीम की गाड़ी (MP03 A 4883) ड्यूटी पूरी कर बालाघाट में नक्सल विरोधी अभियान से वापस मुरैना लौट रही थी, तभी सामने से आ रहे ट्रक से उनकी टक्कर हो गई। इस भीषण टक्कर में चार पुलिसकर्मियों की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि गंभीर रूप से घायल आरक्षक राजीव चौहान को बेहतर इलाज के लिए सागर से एयरलिफ्ट कर दिल्ली भेजा गया है।