×

सावधान! जा रहे हैं स्टेशन तो खुद की जिम्मेदारी में खड़े करें वाहन

सतना रेलवे स्टेशन की पार्किंग सुविधा ठेकेदार द्वारा घाटे के चलते सरेंडर कर दी गई है। अब यात्री अपने दो और चार पहिया वाहनों की सुरक्षा खुद करेंगे। रेलवे ने फिलहाल कोई वैकल्पिक व्यवस्था नहीं की है, जल्द नई निविदा प्रक्रिया शुरू होगी।

By: Yogesh Patel

Jun 23, 2025just now

view1

view0

सावधान! जा रहे हैं स्टेशन तो खुद की जिम्मेदारी में खड़े करें वाहन

घाटे से आजिज पार्किंग ठेकेदार का सरेंडर

सतना, स्टार समाचार वेब

सावधान, अगर आप अपना दो पहिया या चार पहिया वाहन लेकर सतना जंक्शन जा रहे है तो रेलवे अब आपके वाहनों की सुरक्षा की जिम्मेदारी नहीं लेगा। ऐसा इसलिए क्योंकि सतना स्टेशन के पूर्वी दिशा की तरफ संचालित रेलवे की पार्किंग को लगातार घाटे के चलते ठेका कंपनी ने सरेंडर कर दिया है, जिसके चलते रविवार-सोमवार की मध्य रात्रि से पर्किंग ठेका खत्म हो गया ।  ऐसे में अब सतना जंक्शन में अपना वाहन खड़ा करने वालों को अपने वाहन की सुरक्षा का ख्याल स्वयं रखना होगा।  हालांकि पार्किंग स्थल पर आरपीएफ एवं जीआरपी स्टाफ की ड्यूटी लगाई जाएगी, लेकिन इसके बाद भी वाहनों की सुरक्षा की जिम्मेदारी यात्रियों के पाले में डाली गई है। जबलपुर मंडल अधिकारियों के अनुसार जल्द नए सिरे से टेंडर प्रक्रिया की जा रही है। 

मई 2027 तक का था ठेका

मंडल रेल प्रशासन ने प्रीमियम पार्किंग, व्हीआईपी पार्किंग की व्यवस्था को लागू करते हुए घंटे के हिसाब से पार्किंग संचालित करने का ठेका 20 मई 2022 को  सुशील कुमार पांडेय को दिया था। ठेका शर्तो के अनुसार टेंडर की अवधि 19 मई 2027 तक थी, लेकिन प्रशासनिक असहयोग व रेलवे परिसर में जगह-जगह की अवैध पार्किंग ने पार्किंग ठेके के फायदे को घाटे में तब्दील कर दिया था। पार्किंग ठेकेदार सुशील पांडे की मानें तो सतना जंक्शन की अव्यवस्थाओं के चलते तीन सालों में तकरीबन 15 लाख का घाटा उठाना पड़ा है। इसी बीच  रेलवे ने 10 प्रतिशत पार्किंग में बढ़ोत्तरी कर दी , जिसके कारण ठेकेदार के लिए पार्किंग ठेका सरेंडर करने के लिए बाध्य होना पड़ा। 

चिट्ठी पर चिट्ठी, नतीजा सिफर, कामर्सियल एसएस भी असहाय

3 साल पूर्व पार्किंग ठेका मिलते ही पार्किं ग ठेकेदार ने रेल प्रशासन को चिट्ठियां लिखकर सर्कुलेटिंग एरिया की कई अघोषित पार्किंग से हो रहे घाटे से अवगत कराता रहा। आरपीएफ थाने के सामने , पुराने आरएमएस कार्यालय के पीछे समेत कई स्थलों पर खड़े होने वाले वाहनों से एक ओर जहां रेल परिसर का यातायात अराजक बना रहता है वहीं इससे पार्किंग ठेकेदार को भी खासी क्षति उठानी पड़ती है। रेल परिसर की पार्किंग व्यवस्था को दुरूस्त करने का काफी प्रयास  कामर्सियल स्टेशन प्रबंधक अवध गोपाल मिश्रा ने भी की और उच्चाधिकारियों को भी अवगत कराया लेकिन वे भी रेल परिसर की पार्किंग व्यवस्था को दुरूस्त करा पाने में असहाय नजर आए। 

हर साल शुल्क भर बढ़ाया, सुविधाएं नहीं

बताया गया कि रेलवे ने पार्कि ग ठेका 66 लाख 66 हजार 666 रुपए में दिया था। इस पार्किंग व्यवस्था में दो पहिया से लेकर चार पहिया वाहनों के लिए घंटों के हिसाब से दरें निर्धारित की थी। हालांकि यात्रियों से पिछले ठेके की अपेक्षा पार्किंग शुल्क ज्यादा लिया जा रहा है लेकिन सुविधाओं की यदि बात करें तो रेलवे ने वाहनों को छाया में रखने तक की सुविधा नहीं बढ़ाई है। 

अब इस तरह से बिगड़ेगी व्यवस्था 

  • नो पार्किंग जोन में वाहनों की अवैध पार्किंग 
  • यात्रियों के आवागमन में परेशानी 
  • ड्राप एंड गो एरिया में सख्ती से नियम का पालन नहीं 
  • ऑटो चालको मनमानी  

यह सही है कि ठेकेदार ने ठेका सरेंडर कर दिया है। रेलवे जल्द ही पार्किंग ठेका के लिए निविदाएं आमंत्रित करेगा। 

डॉ. मधुर वर्मा, सीनियर डीसीएम

हमें मजबूर होकर पार्किंग ठेका सरेंडर करना पड़ रहा है। रेल प्रशासन का अपेक्षित सहयोग न मिलने और हर साल शुल्क बढ़ाने से बेहद नुकसान हो रहा था।

सुशील पांडे, पार्किंग कांट्रैक्टर  

COMMENTS (0)

RELATED POST

एक बड़े भू-भाग में साल भर के भीतर बनेगी सेना की बड़ी कैंटीन : शेखावत

1

0

एक बड़े भू-भाग में साल भर के भीतर बनेगी सेना की बड़ी कैंटीन : शेखावत

रीवा में जल्द ही सेना की बड़ी कैंटीन स्थापित की जाएगी। लेफ्टिनेंट जनरल पदम सिंह शेखावत ने पूर्व सैनिकों और वीर नारियों को सम्मानित करते हुए यह घोषणा की। रीवा का सैनिक स्कूल और 7500+ पूर्व सैनिकों का योगदान भारतीय सेना में गौरव का विषय है।

Loading...

Jun 23, 2025just now

जान हथेली पर लेकर बेलहवा नदी पार करते हैं लोग

1

0

जान हथेली पर लेकर बेलहवा नदी पार करते हैं लोग

चितरंगी क्षेत्र के कुलकवार और बगदरा गांवों के लोग आज भी बेलहवा नदी में पुल के अभाव में जान हथेली पर रखकर नदी पार करने को मजबूर हैं। बरसात में ग्रामीणों ने खुद लकड़ी और बांस से पुल बनाकर रास्ता चालू किया, विकास के सरकारी दावे हुए बेनकाब।

Loading...

Jun 23, 2025just now

दबंगों ने जेसीबी से तोड़ा करोड़ों का सिमरी-सूरत बांध

1

0

दबंगों ने जेसीबी से तोड़ा करोड़ों का सिमरी-सूरत बांध

पन्ना जिले में करोड़ों की लागत से बना सिमरी-सूरत बांध दबंगों द्वारा जेसीबी मशीन से तोड़ दिया गया। किसानों का आरोप है कि मुआवजा प्राप्त जमींदारों ने निजी स्वार्थ में बांध को नुकसान पहुंचाया। प्रशासनिक निष्क्रियता से ग्रामीणों में भारी आक्रोश है।

Loading...

Jun 23, 2025just now

13 साल में आदिवासी छात्रों को विद्यालय भवन नहीं दे सकी सरकार

1

0

13 साल में आदिवासी छात्रों को विद्यालय भवन नहीं दे सकी सरकार

सतना जिले के मझगवां विकासखंड के गढ़ीघाट गांव में 2013 में स्वीकृत प्राथमिक विद्यालय को अब तक भवन नहीं मिल सका। आदिवासी छात्र महुआ के पेड़ और अब टिन शेड में पढ़ाई करने को मजबूर हैं। आदिवासी कल्याण के सरकारी दावे एक बार फिर बेनकाब।

Loading...

Jun 23, 2025just now

हवा हो गया 24 घंटे सतत बिजली आपूर्ति करने का वादा

1

0

हवा हो गया 24 घंटे सतत बिजली आपूर्ति करने का वादा

रीवा शहर और ग्रामीण क्षेत्रों में मामूली हवा चलते ही बिजली आपूर्ति ठप हो जाती है। करोड़ों की लागत से किया गया प्री-मानसून मेंटीनेंस हवा का झोंका भी नहीं झेल पा रहा है। VIP जोन सहित कई क्षेत्रों में घंटों बिजली गुल, उपभोक्ता परेशान।

Loading...

Jun 23, 2025just now

RELATED POST

एक बड़े भू-भाग में साल भर के भीतर बनेगी सेना की बड़ी कैंटीन : शेखावत

1

0

एक बड़े भू-भाग में साल भर के भीतर बनेगी सेना की बड़ी कैंटीन : शेखावत

रीवा में जल्द ही सेना की बड़ी कैंटीन स्थापित की जाएगी। लेफ्टिनेंट जनरल पदम सिंह शेखावत ने पूर्व सैनिकों और वीर नारियों को सम्मानित करते हुए यह घोषणा की। रीवा का सैनिक स्कूल और 7500+ पूर्व सैनिकों का योगदान भारतीय सेना में गौरव का विषय है।

Loading...

Jun 23, 2025just now

जान हथेली पर लेकर बेलहवा नदी पार करते हैं लोग

1

0

जान हथेली पर लेकर बेलहवा नदी पार करते हैं लोग

चितरंगी क्षेत्र के कुलकवार और बगदरा गांवों के लोग आज भी बेलहवा नदी में पुल के अभाव में जान हथेली पर रखकर नदी पार करने को मजबूर हैं। बरसात में ग्रामीणों ने खुद लकड़ी और बांस से पुल बनाकर रास्ता चालू किया, विकास के सरकारी दावे हुए बेनकाब।

Loading...

Jun 23, 2025just now

दबंगों ने जेसीबी से तोड़ा करोड़ों का सिमरी-सूरत बांध

1

0

दबंगों ने जेसीबी से तोड़ा करोड़ों का सिमरी-सूरत बांध

पन्ना जिले में करोड़ों की लागत से बना सिमरी-सूरत बांध दबंगों द्वारा जेसीबी मशीन से तोड़ दिया गया। किसानों का आरोप है कि मुआवजा प्राप्त जमींदारों ने निजी स्वार्थ में बांध को नुकसान पहुंचाया। प्रशासनिक निष्क्रियता से ग्रामीणों में भारी आक्रोश है।

Loading...

Jun 23, 2025just now

13 साल में आदिवासी छात्रों को विद्यालय भवन नहीं दे सकी सरकार

1

0

13 साल में आदिवासी छात्रों को विद्यालय भवन नहीं दे सकी सरकार

सतना जिले के मझगवां विकासखंड के गढ़ीघाट गांव में 2013 में स्वीकृत प्राथमिक विद्यालय को अब तक भवन नहीं मिल सका। आदिवासी छात्र महुआ के पेड़ और अब टिन शेड में पढ़ाई करने को मजबूर हैं। आदिवासी कल्याण के सरकारी दावे एक बार फिर बेनकाब।

Loading...

Jun 23, 2025just now

हवा हो गया 24 घंटे सतत बिजली आपूर्ति करने का वादा

1

0

हवा हो गया 24 घंटे सतत बिजली आपूर्ति करने का वादा

रीवा शहर और ग्रामीण क्षेत्रों में मामूली हवा चलते ही बिजली आपूर्ति ठप हो जाती है। करोड़ों की लागत से किया गया प्री-मानसून मेंटीनेंस हवा का झोंका भी नहीं झेल पा रहा है। VIP जोन सहित कई क्षेत्रों में घंटों बिजली गुल, उपभोक्ता परेशान।

Loading...

Jun 23, 2025just now