सीधी जिले के कुसमी ब्लॉक में जल जीवन मिशन के अधूरे और घटिया पाइपलाइन कार्य के चलते गड्ढों से भरी सड़क पर ट्रैक्टर पलट गया। हादसे में चालक घायल हुआ और ग्रामीणों ने आक्रोश में आकर 10 घंटे का धरना दिया। ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि पाइप बिछाने के बाद न तो पटाई हुई और न ही रोलर चलाया गया। वे दोषियों पर कार्रवाई और सड़क मरम्मत की मांग कर रहे हैं।
By: Yogesh Patel
Jul 29, 202510:34 PM
हाइलाइट्स
सीधी, स्टार समाचार वेब
खेत जोतकर लौट रहा ट्रैक्टर खराब सडक के चलते अनियंत्रित होकर पलट गया। हादसे में चालक घायल हो गया वहीं एक अन्य व्यक्ति को भी चोटें आई हैं। हादसे के बाद ग्रामीणों का गुस्सा फूट पड़ा और वो रविवार रात 10 बजे से धरने पर बैठ गए। ग्रामीणों का आरोप था कि जल जीवन मिशन के कार्य में जेसीबी मशीन से मनमानी तौर पर गड्ढे किए गए। यह गड्ढे हादसे का कारण बन रहे हैं। दरअसल जिले के कुसमी विकासखंड अंतर्गत जल जीवन मिशन पाइपलाइन का कार्य जोरों से किया गया है जिस पर बारिश ने पूरे निर्माण कार्य की पोल खोल के रख दी है, देखा जा रहा है कि जहां सडक के आसपास ये पाइपलाइन के लिए जेसीबी मशीन से खुदवायी का कार्य किया गया था वहां पर गड्ढे हो गए हैं और वो आए दिन एक नये हादसे से उन गड्ढो पर हो रहे हैं। क्षेत्र में कई एक्सीडेंट इन गड्ढों की वजह से हो चुके हैं। इसका जिम्मेदार लोग जल जीवन मिशन के कर्मचारियों को ही मान रहे हैं।
बताते चलें कि कुसमी ग्राम पंचायत भवन के पास सोमवार रात एक बड़ा हादसा उस वक्त हो गया, जब खेत जोतकर लौट रहा एक ट्रैक्टर खराब सडक के कारण अनियंत्रित होकर पलट गया। इस दुर्घटना में चालक घायल हो गया, जबकि एक अन्य व्यक्ति को भी अंदरूनी चोटें आईं हैं। हादसे के बाद ग्रामीणों का गुस्सा फूट पड़ा और वे रविवार रात 10 बजे से लगातार धरने पर बैठे गये थे। सोमवार सुबह तक 10 घंटे समय बीत जाने के बाद सरपंच मौके पर पहुंचे और सडक में घटना स्थल पर जेसीबी टेक्टर से निर्माण कार्य कराया।
वहीं ग्रामीणों का आरोप है कि ये सडक वर्षों से जर्जर हालत में है, इसके लिए कई बार सरपंच चंद्रावती और सचिव विपिन सिंह बघेल से गुहार लगाई गई लेकिन आज तक कोई सुनवाई नहीं हुई। गांव के ही निवासी रेवती सिंह मरावी ने बताया कि यह सडक स्वीकृत हो चुकी है, लेकिन इसके निर्माण को लेकर सरपंच और सचिव की घोर लापरवाही के चलते काम शुरू नहीं हो सका है। लेकिन इसके संबंध में जब सचिव विपिन सिंह से बात की गई तो सचिव द्वारा बताया गया कि 3 वर्षों पहले सडक का मरम्तीकरण कार्य कराया गया था, लेकिन जब से जल जीवन मिशन की यह पाइप लाइन का कार्य उनके कर्मचारियों के द्वारा कराया गया है तो जगह-जगह यह सडक को तोडकर पाइप लगाई गई है जिससे यह कच्ची सडक बरसात के कारण और कमजोर हो गई और इस हादसे का कारण भी पाइप लाइन की वजह ही है। बरसात के बाद सडक की मरम्मत की जायेगी। वहीं कई ग्रामीणों ने जल जीवन मिशन के कर्मचारियों पर गंभीर सवाल उठाए है।
लोगों का कहना है कि जब पाइपलाइन का कार्य किया जा रहा था तब इसकी खुदायी कम की गई और इसकी बराबर पटाई नहीं की गई न ही रोलर चलाया गया। निर्माण कार्य में मानक के हिसाब से कुछ भी नहीं कराया गया। जिसके कारण मिट्टी बह बह कर गड्ढा करती चली गई और हादसे का कारण बन गई है। वहीं जलजीवन मिशन के कर्मचारियों कीइस लापरवाही और अनदेखी से ग्रामीण आक्रोशित है और लापरवाहों पर कार्यवाही की मांग और सडक का मरम्मतीकरण की मांग की है।
मामले कि जानकारी मिली है, जांच कर उचित कार्यवाही की जायेगी।
ज्ञानेंद्र मिश्रा, सीईओ, जनपद कुसमी