मध्यप्रदेश में गुरुवार से एक फिर तेज बारिश का सिलसिला शुरू हो गया है। राजधानी भोपाल में दोपहर 12 बजे के बाद मौसम बदला और पूरे शहर में अचानक अंधेरा छा गया। यहां गरज-चमक के साथ आधे घंटे तक तेज बारिश हुई। शहर में हालात यह हो गए थे कि वाहन चालकों का लाइट जलानी पड़ी।
By: Arvind Mishra
Aug 28, 20258 hours ago
भोपाल। स्टार समाचार वेब
मध्यप्रदेश में गुरुवार से एक फिर तेज बारिश का सिलसिला शुरू हो गया है। राजधानी भोपाल में दोपहर 12 बजे के बाद मौसम बदला और पूरे शहर में अचानक अंधेरा छा गया। यहां गरज-चमक के साथ आधे घंटे तक तेज बारिश हुई। शहर में हालात यह हो गए थे कि वाहन चालकों का लाइट जलानी पड़ी। कई जगह सड़कों पानी भी भर गया। वहीं धार के मनावर में सुबह तेज पानी गिरा। स्कूल, कॉलेज और दफ्तर जाने वालों को परेशानी का सामना करना पड़ा। जिले के मनावर में मान डैम के गेट खोल दिए गए हैं। खरगोन, खंडवा समेत 10 जिलों में भारी बारिश की चेतावनी जारी की गई है। मौसम विभाग के अनुसार, बुरहानपुर, हरदा, नर्मदापुरम, बैतूल, छिंदवाड़ा, पांढुर्णा, सिवनी और बालाघाट में अगले 24 घंटे में ढाई से साढ़े 4 इंच से ज्यादा पानी गिर सकता है।
मध्यप्रदेश के 11 जिलों में पिछले 24 घंटे में कहीं तेज तो कहीं हल्की बारिश का दौर रहा। सबसे ज्यादा 3 इंच पानी सिवनी में गिर गया। रतलाम में 2.2 इंच, छिंदवाड़ा में 1.1 इंच और शिवपुरी में 1 इंच बारिश हुई।
इस बार बारिश के मामले में गुना सबसे बेहतर है। यहां औसत 53.8 इंच पानी गिर चुका है। वहीं, मंडला में 53.1 इंच बारिश हुई है। अशोकनगर में 50.5 इंच, शिवपुरी में 49.9 इंच और रायसेन में 49.6 इंच बारिश हुई है। सबसे कम बारिश वाले 5 जिलों में सभी इंदौर संभाग के हैं। इंदौर में अब तक औसत 16.5 इंच बारिश हुई है।
प्रदेश में 16 जून को मानसून ने आमद दी थी। तब से अब तक औसत 35.9 इंच बारिश हो चुकी है। अब तक 29.2 इंच पानी गिरना था। इस हिसाब से 6.7 इंच पानी ज्यादा गिर चुका है। प्रदेश की सामान्य बारिश औसत 37 इंच है। इस हिसाब से कोटे की 97 प्रतिशत तक बारिश हो चुकी है। 1.1 इंच बारिश होते ही इस बार भी बारिश का कोटा फुल हो जाएगा। पिछली बार 44 इंच से ज्यादा पानी गिरा था।