भारतीय शेयर बाजार में सप्ताह के तीसरे कारोबारी सेशन और 2025 के अंतिम दिन कारोबार की शुरुआत पॉजिटिव रही। प्रमुख बेंचमॉर्क इंडेक्स बीएसई सेंसेक्स और एनएसई निफ्टी 50 हरे निशान पर ट्रेड करते हुए ओपन हुए। इससे निवेशकों के चेहरे पर मुस्कान लौट आई।
By: Arvind Mishra
Dec 31, 202511:22 AM
मुंबई। स्टार समाचार वेब
भारतीय शेयर बाजार में सप्ताह के तीसरे कारोबारी सेशन और 2025 के अंतिम दिन कारोबार की शुरुआत पॉजिटिव रही। प्रमुख बेंचमॉर्क इंडेक्स बीएसई सेंसेक्स और एनएसई निफ्टी 50 हरे निशान पर ट्रेड करते हुए ओपन हुए। इससे निवेशकों के चेहरे पर मुस्कान लौट आई। दरअसल, भारतीय शेयर बाजार में पिछले कई दिनों से जारी गिरावट का सिलसिला बुधवार को थम गया। साल 2025 के अंतिम कारोबारी दिन के शुरुआती सत्र में बेंचमार्क इंडेक्स सेंसेक्स और निफ्टी बढ़त के साथ कारोबार करते देखे गए। घरेलू संस्थागत निवेशकों की ओर से निरंतर हो रही खरीदारी ने बाजार को सहारा दिया है, जिससे निवेशकों की धारणा में सकारात्मक बदलाव आया है।
प्रमुख सूचकांकों पर एक नजर
सेंसेक्स पिछले पांच दिनों की गिरावट के बाद शुरुआती कारोबार में 254.38 अंक चढ़कर 84,929.46 के स्तर पर पहुंच गया। वहीं, नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 50 भी चार दिनों की लगातार गिरावट के बाद 89.15 अंकों की बढ़त के साथ 26,028 के स्तर पर कारोबार करता नजर आया। यह रिकवरी मुख्य रूप से स्थानीय निवेशकों के भरोसे और साल के अंत में पोर्टफोलियो रीबैलेंसिंग के कारण देखी जा रही है।

जाने कौन से शेयर आगे, कौन पीछे
सेंसेक्स की 30 प्रमुख कंपनियों में से टाटा स्टील, भारत इलेक्ट्रॉनिक्स, टाइटन, एक्सिस बैंक, अदाणी पोर्ट्स और हिंदुस्तान यूनिलीवर के शेयरों में सबसे ज्यादा तेजी दर्ज की गई। इन शेयरों में खरीदारी के चलते बाजार को शुरूआती बढ़त बनाए रखने में मदद मिली। इसके विपरीत, कुछ प्रमुख कंपनियों पर दबाव भी देखा गया। बजाज फिनसर्व, टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज, महिंद्रा एंड महिंद्रा और इंफोसिस जैसी दिग्गज कंपनियां गिरावट के साथ लैगार्ड्स की सूची में शामिल रहीं। आईटी और आटो सेक्टर के कुछ शेयरों में मुनाफावसूली का असर शुरूआती सत्र में स्पष्ट दिखा।
निवेशकों का रुख बिकवाली
एक्सचेंज के आंकड़ों के अनुसार, विदेशी संस्थागत निवेशकों का रुख अभी भी बिकवाली का बना हुआ है। विदेशी निवेशकों ने 3,844.02 करोड़ रुपए के शेयर बेचे। हालांकि, घरेलू संस्थागत निवेशकों ने 6,159.81 करोड़ रुपए की बड़ी खरीदारी करके बाजार को टूटने से बचा लिया और इस रिकवरी की नींव रखी।
महंगाई के मोर्चे पर राहत मिलने की उम्मीद
वैश्विक संकेतों की बात करें तो एशियाई बाजारों में आज मिला-जुला रुख रहा। दक्षिण कोरिया का कोस्पी, शंघाई का ररए कंपोजिट और हांगकांग का हैंग सेंग इंडेक्स गिरावट के साथ कारोबार कर रहे थे। इससे पहले मंगलवार को अमेरिकी शेयर बाजार भी गिरावट के साथ बंद हुए थे। वैश्विक तेल बेंचमार्क ब्रेंट क्रूड 0.10 प्रतिशत की मामूली गिरावट के साथ 61.27 डॉलर प्रति बैरल पर कारोबार कर रहा था। कच्चे तेल की स्थिर कीमतों से भारतीय अर्थव्यवस्था को महंगाई के मोर्चे पर राहत मिलने की उम्मीद है।