मध्यप्रदेश में जहरीले कफ सिरप से अब 25 बच्चों की मौत हो चुकी है। दर्जनभर मासूम अभी भी जिंदगी औ मौत से जूझ रहे हैं। इस केस में मप्र पुलिस ने एक डॉक्टर और सीरप बनाने वाली कंपनी के मालिक के बाद एक और गिरफ्तारी की गई है। इस मामले में अब तक तीन आरोपियों की गिरफ्तारी हो चुकी है।
By: Arvind Mishra
Oct 15, 20257 hours ago
भोपाल। स्टार समाचार वेब
मध्यप्रदेश में जहरीले कफ सिरप से अब 25 बच्चों की मौत हो चुकी है। दर्जनभर मासूम अभी भी जिंदगी औ मौत से जूझ रहे हैं। इस केस में मप्र पुलिस ने एक डॉक्टर और सीरप बनाने वाली कंपनी के मालिक के बाद एक और गिरफ्तारी की गई है। इस मामले में अब तक तीन आरोपियों की गिरफ्तारी हो चुकी है। दरअसल, जहरीला कफ सीरप कांड में मप्र एसआईटी ने तमिलनाडु के कांचीपुरम स्थित श्रीसन फार्मा कंपनी की केमिकल एनालिस्ट के. माहेश्वरी को गिरफ्तार किया है। कच्चा माल और इससे बने सीरप की गुणवत्ता जांच की जिम्मेदारी माहेश्वरी की थी। किस बैच में कितना केमिकल मिलाया जाना है, यह सभी के माहेश्वरी के देखरेख में ही तय होता था। अब माहेश्वरी को ट्रांजिट रिमांड पर छिंदवाड़ा लाकर कोर्ट में पेश किया जाएगा। वहीं, एसआईटी ने कंपनी के अन्य कर्मचारियों की सूची लेकर पूछताछ प्रारंभ कर दी है।
छिंदवाड़ा पुलिस अब तक कंपनी के मालिक जी रंगनाथन सहित बच्चों को दवा लिखने वाले डॉ. प्रवीण सोनी सहित कई जिम्मेदार लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है। रंगनाथन 10 दिन की पुलिस रिमांड पर है। पूछताछ होने के बाद उसे 20 अक्टूबर न्यायालय में पेश किया जाएगा।
जबलपुर जोन के आईजी प्रमोद वर्मा का कहना है कि एसआईटी रंगनाथन को लेकर तमिलनाडु के कांचीपुरम और चेन्नई स्थित फैक्ट्री पहुंची थी। जहां उत्पादन से जुड़ी कई अहम जानकारियां जुटाई गईं। अब छिंदवाड़ा लौटने के बाद एसआईटी उससे सिरप के निर्माण वितरण और गुणवत्ता नियंत्रण प्रक्रिया पर विस्तृत पूछताछ करेगी।
रंगनाथन ने पूछताछ में एसआईटी को बताया कि जो भी दवाइयां बनाई जा रही थीं, सभी के माहेश्वरी की देखरेख में ही तैयार होती थीं। आखिर किसमें क्या गलती हुई है? यह सब पूछताछ के बाद ही स्पष्ट होगा। रंगनाथन की इन बातों के बाद एसआईटी रंगनाथन को लेकर चेन्नई के कांचीपुरम पहुंची थी और यहीं से के. माहेश्वरी की गिरफ्तारी हुई है।