8
शारदीय दुर्गा पूजा केवल आस्था का उत्सव नहीं, बल्कि परंपरा और प्रतीकों की गहरी परतों से बुना हुआ सांस्कृतिक महाकाव्य है। निषिद्ध पल्लि की मिट्टी से मूर्ति गढ़ने की रीति से लेकर कोला बऊ की स्थापना और सामुदायिक पूजा की ऐतिहासिक जड़ों तक-यह पर्व हमें बताता है कि दिव्यता केवल मंदिरों में नहीं, बल्कि समाज की हर परत और हर जीवंत संबंध में निवास करती है।
By: Arvind Mishra
Sep 23, 202510:48 AM