नोटिस तामील में लापरवाही पर हाईकोर्ट ने टीआई को 1 हजार फलदार पौधे लगाने की अनोखी सजा सुनाई। पौधों की GPS लोकेशन और रिपोर्ट देनी होगी।
By: Star News
Jun 28, 2025just now
नोटिस तामील न करने पर हाईकोर्ट ने सुनाई अनोखी सजा
सतना, स्टार समाचार वेब
नोटिस की तामीली न होने पर हाईकोर्ट ने टीआई को अनोखी सजा दी है। कोर्ट ने कहा है कि टीआई दो माह के अंदर 1 हजार फलदार पौधों का रोपण करें। लगाए गए पौधों की जीपीएस लोकेशन भेजें। एसपी सतना लगाए गए पौधों का निरीक्षण कर रिपोर्ट पेश करें। इस संबंध में मिली जानकारी के मुताबिक हाईकोर्ट की डबल बेंच जस्टिस विवेक अग्रवाल और जस्टिस अवनींद्र कुमार सिंह ने सिटी कोतवाली टीआई रावेन्द्र द्विवेदी की लापरवाही को गंभीर मानते हुए निर्देश दिया है कि वे आम, अमरूद, जामुन, महुआ जैसे फलदार पौधे चित्रकूट क्षेत्र में 1 जुलाई से 31 अगस्त के बीच लगाएं। टीआई द्विवेदी को 1 हजार पौधे लगाने के लिए कहा गया है।
नोटिस की तामीली बनी वजह
जानकारी के मुताबिक सभापुर थाना में दर्ज दुष्कर्म और पास्को एक्ट के प्रकरण में जिला अदालत के द्वारा 2021 को आरोपी रामऔतार चौधरी को उम्रकैद की सजा सुनाई गई। सजा के विरुद्ध आरोपी रामऔतार के द्वारा हाईकोर्ट में अपील दायर की गई। मामले की सुनवाई कर रही हाईकोर्ट डबल बेंच ने 30 सितंबर 2024 को पीड़िता को नोटिस भेजा लेकिन पुलिस के द्वारा नोटिस तामील करने में लेट लतीफी बरती गई। नोटिस तामीली में लेट लतीफी बरते जाने पर मामले को हाईकोर्ट ने गंभीरता से लिया।
देनी होगी जीपीएस लोकेशन
हाईकोर्ट के डबल बेंच ने निर्देश दिए हैं कि 1 जुलाई से 31 अगस्त के बीच चित्रकूट क्षेत्र में फलदार पौधे आम, जामुन, महुआ, अमरूद जैसे पौधों के 1 हजार पौधों का रोपण कर टीआई को उसकी एक साल तक देखभाल करनी होगी। पौधरोपण के पश्चात लगाए गए पौधों की फोटो और उनकी जीपीएस लोकेशन की जानकारी कोर्ट में प्रस्तुत करनी होगी। इस मामले में हाईकोर्ट की डबल बेंच ने अगली सुनवाई 16 सितंबर को तय की है। जिसमें एसपी सतना को रोपे गए पौधों का निरीक्षण कर रिपोर्ट पेश करनी है।
टीआई ने कहा- पूरी करूंगा सजा
हाईकोर्ट की डबल बेंच से मिली अनोखी सजा पर सिटी कोतवाली टीआई रावेन्द्र द्विवेदी ने कहा कि कोर्ट से मिली सजा को पूरा करेंगे। उन्होंने कहा कि कोर्ट ने एक हजार पौधे लगाकर एक साल तक उनकी देखभाल की जो सजा दी है उसे पूरी जिम्मेदारी से पूरी करूंगा। पेड़ लगाना पुण्य का काम है। पर्यावरण संरक्षण में यह मेरा छोटा योगदान रहेगा। इस काम को करने से दिल से खुशी मिलेगी।