श्रीलंका में चक्रवात दितवाह ने भारी तबाही मचाई है, जिसके चलते वहां के लोगों का जीना मुश्किल हो गया है। अब तक कम से कम 334 लोगों की मौत हो चुकी है और 370 लोग लापता हैं। सबसे ज्यादा प्रभावित जिला कैंडी है, जहां 88 मौतें और 150 लोग लापता हैं।
By: Arvind Mishra
Dec 01, 20253:08 PM

कोलंबो। स्टार समाचार वेब
श्रीलंका में चक्रवात दितवाह ने भारी तबाही मचाई है, जिसके चलते वहां के लोगों का जीना मुश्किल हो गया है। अब तक कम से कम 334 लोगों की मौत हो चुकी है और 370 लोग लापता हैं। सबसे ज्यादा प्रभावित जिला कैंडी है, जहां 88 मौतें और 150 लोग लापता हैं। इसके अलावा बादुला में 71, नुवारा एलिया में 68 और मटाले में 23 मौतें दर्ज की गई हैं। इस आपदा ने देश भर में 3,09,607 परिवारों के 11,18,929 लोगों को प्रभावित किया है। इतना ही नहीं, चक्रवात दितवाह के कारण नदियों का जलस्तर ऐतिहासिक ऊंचाई पर पहुंच गया, जिसके चलते पूरे शहर जलमग्न हो गए, बड़े पुल बह गए और कई महत्वपूर्ण इमारतें और सड़कें टूट गईं।
मुफ्त इंटटरनेट की घोषणा
इस आपदा के बीच स्टारलिंक ने प्रभावित इलाकों में मुफ्त इंटरनेट कनेक्टिविटी देने की घोषणा की है। कंपनी ने कहा कि यह सेवा दिसंबर 2025 तक सभी नए और मौजूदा ग्राहकों के लिए मुफ्त रहेगी। इस त्रासदी को देखते हुए भारत ने आपरेशन सागर बंधु शुरू किया और श्रीलंका की मदद के लिए एचएडीआर (ह्यूमैनिटेरियन, राहत और बचाव) आॅपरेशन में तेजी दिखाई। भारतीय वायु सेना ने कोलंबो भेजे गए विमान के जरिए 21 टन राहत सामग्री, 80 से ज्यादा एनडीआरएफ जवान और आठ टन उपकरण पहुंचाए।
भारत ने दिखाई मानवीयता
पुणे से भी एनडीआरएफ टीम और उपकरण एयरलिफ्ट किए गए। इस मामले में विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा-भारत ने कठिन हालात में भी तेज, समन्वित और मानवीय राहत प्रयास के जरिए श्रीलंका की मदद की है। यह मिशन भारत की पड़ोसी देश के प्रति मजबूत प्रतिबद्धता को दर्शाता है।