यमन नागरिक तलाल अब्दो महदी की हत्या के केस में मौत की सजा पाने वाली भारतीय नर्स निमिषा प्रिया को बचाने की जंग जारी है। निमिषा को बचाने के लिए ब्लड मनी को अहम माना जा रहा है। हालांकि पीड़ित परिवार ने ब्लड मनी लेने से इंकार कर दिया है।
By: Arvind Mishra
Jul 22, 20253 hours ago
नई दिल्ली। स्टार समाचार वेब
यमन नागरिक तलाल अब्दो महदी की हत्या के केस में मौत की सजा पाने वाली भारतीय नर्स निमिषा प्रिया को बचाने की जंग जारी है। निमिषा को बचाने के लिए ब्लड मनी को अहम माना जा रहा है। हालांकि पीड़ित परिवार ने ब्लड मनी लेने से इंकार कर दिया है। निमिषा को 16 जुलाई को फांसी होनी थी, लेकिन इसे टाल दिया गया है। अब केस में अगली सुनवाई 14 अगस्त को होनी है। ईसाई धर्म के प्रचारक केए पॉल ने दावा किया है कि यमन की जेल में बंद भारतीय नर्ष निमिषा प्रिया को रिहा किया जाएगा। साथ ही केए पॉल ने पीएम मोदी को धन्यवाद भी कहा है। ईसाई धर्म के प्रचारक और ग्लोबल पीस इनीशिएटिव के संस्थापक डॉ. केए पॉल ने रात को एक वीडियो संदेश में दावा किया कि यमन की राजधानी सना की जेल में बंद भारतीय नर्स निमिषा प्रिया की मौत की सजा रद्द कर दी गई है। डॉ. केए पॉल ने वीडियो संदेश में यमन के नेताओं को धन्यवाद दिया और उनकी कोशिशों की सराहना की।
डॉ. केए पॉल ने कहा-यमन के नेताओं ने बीते 10 दिनों तक दिन रात काम किया। डॉ. पॉल ने कहा कि मैं उन सभी नेताओं को धन्यवाद देना चाहता हूं, जिन्होंने निमिषा प्रिया की मौत की सजा को रद्द कराने में मदद की। भगवान के आशीर्वाद से निमिषा प्रिया को जल्द ही रिहा किया जाएगा और फिर वह भारत लौटेगी। मैं प्रधानमंत्री मोदी को भी धन्यवाद करता हूं, जो निमिषा प्रिया को ले जाने के लिए राजनयिक भेज रहे हैं।
केरल के पलक्कड़ की निवासी निमिषा प्रिया 2008 में एक नर्स के रूप में काम करने के लिए यमन गई थीं। वहां कई अस्पतालों में काम करने के बाद निमिषा प्रिया साल 2011 में केरल वापस आईं और यहां टॉमी थॉमस से उनकी शादी हुई। दोनों की एक बेटी है, जो इस समय केरल में रहती है। 2015 में निमिषा ने यमन के नागरिक तलाल अब्दो महदी के साथ मिलकर एक मेडिकल क्लीनिक की शुरुआत की थी। 2017 में महदी का शव एक वॉटर टैंक में पाया गया और हत्या का आरोप निमिषा पर लगा।
आरोप है कि निमिषा ने नींद की दवा की अधिक डोज देकर महदी की हत्या की और उनके शव को छिपाने की कोशिश की। इसके एक महीने बाद निमिषा को यमन-सऊदी अरब की सीमा से गिरफ्तार किया गया। निमिषा के वकील ने दलील दी कि महदी ने निमिषा का शारीरिक उत्पीड़न किया और उसका पासपोर्ट भी जब्त कर लिया था और निमिषा को धमकाया था। हालांकि तलाल अब्दो महदी के भाई ने इन आरोपों से इंकार किया। 2020 में, सना की एक अदालत ने निमिषा को मौत की सजा सुनाई। 2023 में यमन के सुप्रीम कोर्ट ने भी इस सजा को बरकरार रखा। निमिषा प्रिया फिलहाल सना जेल में बंद है।