मध्यप्रदेश के टीकमगढ़ जिले की खरगापुर विधानसभा से कांग्रेस विधायक चंदा गौर के बेटे अभियंत गौर उर्फ टीटू के छतरपुर स्थित घर पर नौकरानी की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। घर के पीछे बगीचे में एक पेड़ से युवती का शव लटका मिला।
By: Arvind Mishra
Aug 28, 202512 hours ago
मध्यप्रदेश के टीकमगढ़ जिले की खरगापुर विधानसभा से कांग्रेस विधायक चंदा गौर के बेटे अभियंत गौर उर्फ टीटू के छतरपुर स्थित घर पर नौकरानी की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। घर के पीछे बगीचे में एक पेड़ से युवती का शव लटका मिला। मृतका की पहचान सपना रैकवार के रूप में हुई है, जो मूल रूप से उत्तरप्रदेश के बेला ताल की थी। दरअसल, मृतक युवती के चेहरे पर चोट के निशान थे। सिविल लाइन थाना पुलिस ने शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजकर जांच शुरू कर दी है। यह घटना सोमवार सुबह 8 बजे की बताई जा रही है, लेकिन इसकी भनक किसी को नहीं लगी। आनन-फानन में मृतका का पोस्टमॉर्टम करवाने के बाद शव परिजनों को सौंप दिया गया। घटना की जानकारी बुधवार शाम को शहर की सनसिटी कॉलोनी में काम करने वाली महिलाओं के माध्यम से फैली।
विधायक के बेटे अभियंत सिंह गौर से सवाल किए गए तो उन्होंने कहा कि घटना के समय मैं जिला मुख्यालय से बाहर दिल्ली में था। घर पर मेरी पतनी और 17 साल का बेटा थे, जिन्होंने फोन पर मुझे सूचना दी। मैं अगले दिन पहुंचा। मुझे नहीं पता कि सपना रैकवार ने यह घातक कदम क्यों उठाया। वह फोन नहीं चलाती थी और न ही कभी परेशान दिखती थी। वह मेरी नौकरानी नहीं, बल्कि बेटी की तरह थी। वह 5 साल की उम्र से हमारे साथ रह रही थी। हम उसकी शादी के लिए रिश्ता भी ढूंढ रहे थे।
मृतका सपना के पिता भोला रैकवार उत्तर प्रदेश के महोबा जिले के बेलाताल निवासी थे। घटना के बाद सपना की मां आई थी, लेकिन उन्होंने अभी तक पुलिस को कोई बयान नहीं दिया है। पुलिस ने अभियंत सिंह गौर के बंगले पर लगे सीसीटीवी कैमरे के फुटेज की जांच के लिए डीवीआर जब्त कर लिया है। सिविल लाइन थाना पुलिस सभी पहलुओं की गहराई से जांच कर रही है। पुलिस प्रारंभिक तौर पर इसे आत्महत्या का मामला बता रही है।
बताया जाता है कि सपना का शव सोमवार सुबह 5:20 बजे घर के पिछले हिस्से में पेड़ से फंदे पर लटका मिला। महज कुछ ही घंटों में, सुबह 9:00 बजे पोस्टमॉर्टम कर शव परिजनों को सौंप भी दिया गया। चौंकाने वाली बात यह है कि केवल एक महिला डॉक्टर की मौजूदगी में शव का पीएम कराया गया। इस तरह के संदिग्ध मामलों में आमतौर पर मेडिकल बोर्ड से पोस्टमॉर्टम कराया जाता है।