मजबूत वैश्विक संकेतों के बीच रिलायंस इंडस्ट्रीज, इंफोसिस और भारती एयरटेल जैसी बड़ी कंपनियों के शेयरों में लिवाली से बुधवार को शुरुआती कारोबार में सेंसेक्स और निफ्टी में तेजी दर्ज की गई। इसके अलावा, कारोबारियों ने कहा कि भारत-अमेरिका व्यापार समझौते को लेकर आशावाद से भी निवेशकों की धारणा को बल मिला।
By: Arvind Mishra
Nov 12, 202511:28 AM
मुंबई। स्टार समाचार वेब
मजबूत वैश्विक संकेतों के बीच रिलायंस इंडस्ट्रीज, इंफोसिस और भारती एयरटेल जैसी बड़ी कंपनियों के शेयरों में लिवाली से बुधवार को शुरुआती कारोबार में सेंसेक्स और निफ्टी में तेजी दर्ज की गई। इसके अलावा, कारोबारियों ने कहा कि भारत-अमेरिका व्यापार समझौते को लेकर आशावाद से भी निवेशकों की धारणा को बल मिला। वहीं जियोजित इन्वेस्टमेंट्स लिमिटेड के मुख्य निवेश रणनीतिकार वीके विजयकुमार ने कहा कि भारत-अमेरिका व्यापार समझौते के जल्द ही अंतिम रूप लेने की खबर और एग्जिट पोल में बिहार में एनडीए की निर्णायक जीत के संकेत मिलने से बाजार में सकारात्मक रुझान देखने को मिल रहा है। दरअसल, सप्ताह के तीसरे कारोबारी दिन सेंसेक्स 500 अंक चढ़कर 84,300 के पार कारोबार करता नजर आया। निफ्टी में भी 150 अंक की तेजी दर्ज की गई। ये 25,850 के स्तर पर पहुंच गया। आज के कारोबार में सबसे ज्यादा खरीदारी आईटी और बैंकिंग शेयरों में है।
सेंसेक्स की कंपनियों में टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज, इटरनल, बजाज फिनसर्व, टेक महिंद्रा, इंफोसिस, भारती एयरटेल, बजाज फाइनेंस, एचसीएल टेक्नोलॉजीज, रिलायंस इंडस्ट्रीज, एक्सिस बैंक, महिंद्रा एंड महिंद्रा और अल्ट्राटेक सीमेंट लाभ में रहीं। वहीं भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड, हिंदुस्तान यूनिलीवर, मारुति सुजुकी इंडिया, एशियन पेंट्स, आईटीसी, सन फार्मास्यूटिकल्स और ट्रेंट लिमिटेड पिछड़ने वाले शेयरों में शामिल रहे।
अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रम्प ने मंगलवार को कहा था- अमेरिका और भारत ट्रेड डील के काफी करीब हैं। इससे आर्थिक और सुरक्षा संबंध मजबूत होंगे, निवेश को बढ़ावा मिलेगा। इससे निवेशकों का आत्मविश्वास बढ़ा है।
अमेरिकी सीनेट ने संघीय फंडिंग बहाल करने वाला बिल पास कर दिया, जिससे अमेरिका के इतिहास के सबसे लंबे शटडाउन का अंत होने की राह खुलेगी। इससे देरी से आने वाले आर्थिक डेटा पर स्पष्टता मिलेगी और फेडरल रिजर्व की नीति पर दिशा मिलेगी।
दिसंबर में फेड द्वारा एक और दर कटौती की संभावना है। फेड गवर्नर स्टीफन मिरान ने कहा कि 50 बेसिस पॉइंट्स की कटौती हो सकती है। क्योंकि महंगाई कम हो रही है और बेरोजगारी धीरे-धीरे बढ़ रही है।
एशियाई बाजारों में जापान का निक्केई इंडेक्स 0.34 प्रतिशत गिरकर 50,667 पर और कोरिया का कोस्पी 0.81 प्रतिशत बढ़कर 4,139 के स्तर पर कारोबार कर रहा है। हॉन्गकॉन्ग का हैंगसेंग इंडेक्स 0.63 फीसदी चढ़कर 26,865 पर और चीन का शंघाई कंपोजिट इंडेक्स 0.23 प्रतिशत गिरकर 3,993 के स्तर पर कारोबार कर रहा है।