अमेरिका ने भारत पर 50 फीसदी टैरिफ का बोझ डाल दिया है, लेकिन भारत ने ट्रंप प्रशासन के आगे हार नहीं मानी है। इस बीच विदेश मंत्री एस जयशंकर ने रूस के साथ व्यापार को और मजबूत करने का आह्वान किया है। उन्होंने रूसी कंपनियों से भारत के साथ और गहराई से जुड़ने की अपील की है, ताकि दोनों देशों के बीच आर्थिक रिश्ते नई ऊंचाइयों को छू सकें।
By: Arvind Mishra
Aug 21, 2025just now
नई दिल्ली। स्टार समाचार वेब
अमेरिका ने भारत पर 50 फीसदी टैरिफ का बोझ डाल दिया है, लेकिन भारत ने ट्रंप प्रशासन के आगे हार नहीं मानी है। इस बीच विदेश मंत्री एस जयशंकर ने रूस के साथ व्यापार को और मजबूत करने का आह्वान किया है। उन्होंने रूसी कंपनियों से भारत के साथ और गहराई से जुड़ने की अपील की है, ताकि दोनों देशों के बीच आर्थिक रिश्ते नई ऊंचाइयों को छू सकें। दरअसल, अमेरिका द्वारा 50 फीसदी टैरिफ लगाए जाने के बीच भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर ने रूस के साथ व्यापार बढ़ाने पर जोर दिया। विदेश मंत्री ने रूसी कंपनियों से अपने भारतीय समकक्षों के साथ गहराई से जुड़ने का आह्वान किया। विदेश मंत्री ने भारत सरकार की मेक इन इंडिया जैसी पहल और तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था का हवाला देते हुए कहा कि भारत में विदेशी कंपनियों के लिए काफी संभावनाएं हैं।
जयशंकर इन दिनों रूस दौरे पर हैं, जहां उन्होंने रूसी विदेश मंत्री से मुलाकात की। एक कार्यक्रम में जयशंकर ने कहा कि भारत की जीडीपी चार ट्रिलियन अमेरिकी डॉलर से ज्यादा है। सात प्रतिशत की दर से विकास करने वाले भारत को विश्वसनीय स्त्रोतों से बड़े संसाधनों की जरूरत है। जिनमें उर्वरक, रसायन और मशीनरी की आपूर्ति सुनिश्चित की जा सकती है।
भारत में तेजी से बढ़ता बुनियादी ढांचा उद्यमों के लिए बेहतर व्यवसायिक अवसर प्रदान करता है। विदेश मंत्री ने कहा कि भारत और रूस के संबंध सबसे स्थिर रहे हैं, लेकिन दोनों देशों के बीच आर्थिक सहयोग में बहुत ज्यादा सहयोग नहीं हुआ। हाल के वर्षों में इसमें तेजी आई है, लेकिन साथ ही व्यापार घाटा भी बढ़ा है। उन्होंने दोनों देशों के बीच व्यापार में और विविधता लाने और संतुलन बनाने की जरूरत पर बल दिया।
भारतीय विदेश मंत्री ने विकास को बढ़ावा देने और तेजी से आगे बढ़ने के लिए निवेश, संयुक्त उद्यम और अन्य सहयोग की इच्छा व्यक्त की। साथ ही कहा कि यह एक स्थायी रणनीतिक साझेदारी में एक मजबूत और टिकाऊ आर्थिक घटक होना चाहिए। जयशंकर ने रूस के साथ व्यापार बढ़ाने की पहल ऐसे समय की है, जब अमेरिका ने भारत पर 50 प्रतिशत टैरिफ लगा दिया है। यह टैरिफ रूस से तेल खरीदने के लिए लगाया गया है। अमेरिका के टैरिफ के बाद भारत और रूस के संबंधों में फिर से गर्मजोशी दिखाई दे रही है।