×

एडीएम पदोन्नति के बाद भी एसडीएम की कुर्सी नहीं छोड़ी: स्थानांतरण आदेशों के दो महीने बाद भी रीवा–सतना–सिंगरौली में रुकावटें बरकरार

राज्य शासन द्वारा अगस्त में जारी स्थानांतरण आदेशों के दो महीने बीत चुके हैं, लेकिन कई अधिकारी अब तक नई पदस्थापना पर नहीं पहुंच पाए हैं। त्योंथर एसडीएम पी.एस. त्रिपाठी को एडीएम सिंगरौली बनाया गया, पर डिप्टी कलेक्टर की अनुपस्थिति के कारण वे मुक्त नहीं हो पा रहे। इसी तरह अनुराग तिवारी का सतना तबादला भी अटका हुआ है। जबकि कुछ अधिकारियों ने रीवा में आमद दर्ज करा ली है, बाकी अब तक पुराने पदों पर ही जमे हुए हैं।

By: Yogesh Patel

Oct 06, 2025just now

view5

view0

एडीएम पदोन्नति के बाद भी एसडीएम की कुर्सी नहीं छोड़ी: स्थानांतरण आदेशों के दो महीने बाद भी रीवा–सतना–सिंगरौली में रुकावटें बरकरार

हाइलाइट्स:

  • शासन आदेश के दो महीने बाद भी कई अधिकारी नए पदों पर नहीं पहुंच पाए।
  • एसडीएम त्योंथर पी.एस. त्रिपाठी एडीएम पद पर प्रमोशन के बावजूद मुक्त नहीं हो पा रहे।
  • रीवा, सतना और सिंगरौली में स्थानांतरण प्रक्रिया प्रशासनिक देरी की भेंट चढ़ी।

रीवा, स्टार समाचार वेब

एसडीएम की कुर्सी से सीधे एडीएम बनने का मौका मिला लेकिन यह सिर्फ आदेश तक ही सीमित है। त्योंथर एसडीएम मुक्त ही नहीं हो पा रहे। डिप्टी कलेक्टर जिनका रीवा में तबादला हुआ, वह आए ही नहीं। इसके कारण यहां पदस्थ अधिकारी को नई पदस्थापना स्थल के लिए मुक्त ही नहीं किया जा रहा है। अब भी उच्च पद पर पदस्थापना आदेश के बाद वही पुरानी कुर्सी पर अधिकारी बैठे हुए हैं। 

आपको बता दें कि अगस्त में शासन ने राज्य प्रशासनिक सेवा के अधिकारियों का स्थानांतरण आदेश जारी किया था। इस आदेश में कई डिप्टी कलेक्टर उपकृत हुए थे। कुछ का मनपसंद जगह पर तबादला किया गया था। इस आदेश को दो महीने हो गए लेकिन कई अधिकारियों को मुक्त नहीं किया गया। उन अधिकारियों की तो बल्ले बल्ले हो गई जिन्हें मनपदसंद जगह नहीं मिली लेकिन उन्हें जरूर निराशा हो रही है जो उच्च पदों पर पदस्थ किए गए हैं। इनमें से त्योंथर एसडीएम पीएस त्रिपाठी भी एक है। उन्हें संयुक्त कलेक्टर से सीधे एडीएम सिंगरौली बनाया गया है। उनकी पदस्थापना नए अधिकारियों ने ज्वाइनिंग में देरी के कारण लटक गई है। इसी तरह अनुराग तिवारी का तबादला गुढ़ से सतना किया गया है। वह भी डिप्टी कलेक्टर की कमी के कारण मुक्त नहीं हो पा रहे हैं। 

किसकी कहां हुई थी नवीन पदस्थापना

अगस्त महीने में शासन से स्थानांतरण आदेश जारी किया गया था। इसमें पीएस त्रिपाठी को संयुक्त कलेक्टर से अपर कलेक्टर सिंगरौली, प्रमोद कुमार पाण्डेय को संयुक्त कलेक्टर रीवा से अपर कलेक्टर मऊगंज सुधीर कुमार बैक, संयुक्त कलेक्टर सतना से रीवा, गगन बिसेन संयुक्त कलेक्टर सागर से संयुक्त कलेक्टर रीवा, राकेश कुमार चौरसिया प्रभारी डिप्टी कलेक्टर कटनी से प्रभारी डिप्टी कलेक्टर रीवा, गणेश अग्रवाल डिप्टी कलेक्टर का रीवा, अनुराग तिवारी को रीवा से सतना पदस्थ किया गया था। इनमें से सिर्फ तीन अधिकारियों ने ही आमद दर्ज कराई है।

सिर्फ तीन अधिकारी ही आए

स्थानांतरण के बाद सुधाकरण सिंह प्रभारी डिप्टी कलेक्टर अनूपपुर से रीवा, सुधीर बैक और गणेश अग्रवाल ने आमद दर्ज करा दी है। सभी ने ज्वाइन भी कर लिया है। इसके अलावा अन्य अधिकारी अभी तक नहीं आए हैं।  गगन बिसेन संयुक्त कलेक्टर सागर,  राकेश कुमार चौरसिया प्रभारी डिप्टी कलेक्टर कटनी से अभी तक मुक्त नहीं हुए हैं। इन अधिकारियों के नहीं आने से रीवा से स्थानांतरित किए गए अधिकारियों को मुक्त नहीं किया जा पा रहा है।

एसडीएम का प्रभार अनुराग तिवारी को मिला

आईएएस अधिकारी वैशाली जैन का तबादला रतलाम किया गया था। उन्हें सीईओ के साथ ही अपर कलेक्टर का चार्ज भी दिया गया। उन्हें कलेक्टर ने रतलाम के लिए मुक्त कर दिया है। उनकी जगह पर एसडीएम का प्रभार अनुराग तिवारी को सौंप दिया गया है। अनुराग तिवारी पहले भी एसडीएम हुजूर के पद पर काम कर चुके हैं। इसके अलावा उनके पास वीआईपी प्रोटोकाल भी है। इनका स्थानांतरण भी सतना किया गया है। नए डिप्टी कलेक्टर के आने का इंतजार किया जा रहा है।

COMMENTS (0)

RELATED POST

रीवा में राजस्व कोर्ट व्यवस्था चरमराई: शासन के आदेश से 9 अधिकारी अब भी लूप लाइन में, केवल 3 को मिली राहत

5

0

रीवा में राजस्व कोर्ट व्यवस्था चरमराई: शासन के आदेश से 9 अधिकारी अब भी लूप लाइन में, केवल 3 को मिली राहत

शासन के हालिया आदेश ने रीवा जिले की राजस्व न्यायालय व्यवस्था को अस्त-व्यस्त कर दिया है। कई अधिकारियों के पास एक साथ कई राजस्व कोर्ट हैं, जिससे सुनवाई प्रभावित हो रही है। नौ नायब तहसीलदार अब भी लूप लाइन में भटक रहे हैं, जबकि तीन अधिकारियों को ही न्यायालयीन जिम्मेदारी सौंपी गई है। आदेश के खिलाफ प्रदेशभर में विरोध और हड़ताल हुई थी, जिसके बाद कलेक्टर को स्थानीय प्राथमिकता के आधार पर कार्य वितरण का अधिकार मिला।

Loading...

Oct 06, 2025just now

रीवा में साइबर ठगी का भयावह दौर: जनवरी—सितंबर में साढ़े तीन सौ से अधिक पीड़ित, जालसाजों ने ऐंठे डेढ़ करोड़ रुपए

6

0

रीवा में साइबर ठगी का भयावह दौर: जनवरी—सितंबर में साढ़े तीन सौ से अधिक पीड़ित, जालसाजों ने ऐंठे डेढ़ करोड़ रुपए

रीवा में जनवरी से सितंबर तक साइबर धोखाधड़ी के 9 महीने में साढ़े तीन सौ (≈350) से अधिक लोग ठगी के शिकार हुए। वर्क-फ्रॉम-होम, फेक क्रेडिट मैसेज, कस्टमर-केयर नंबर क्लोनिंग, रिश्तेदार बनकर धोखा, ऐप डाउनलोड कराकर ठगी सहित अलग-अलग चालों से कुल करीब ₹1.5 करोड़ ऐंठे गए।

Loading...

Oct 06, 2025just now

एडीएम पदोन्नति के बाद भी एसडीएम की कुर्सी नहीं छोड़ी: स्थानांतरण आदेशों के दो महीने बाद भी रीवा–सतना–सिंगरौली में रुकावटें बरकरार

5

0

एडीएम पदोन्नति के बाद भी एसडीएम की कुर्सी नहीं छोड़ी: स्थानांतरण आदेशों के दो महीने बाद भी रीवा–सतना–सिंगरौली में रुकावटें बरकरार

राज्य शासन द्वारा अगस्त में जारी स्थानांतरण आदेशों के दो महीने बीत चुके हैं, लेकिन कई अधिकारी अब तक नई पदस्थापना पर नहीं पहुंच पाए हैं। त्योंथर एसडीएम पी.एस. त्रिपाठी को एडीएम सिंगरौली बनाया गया, पर डिप्टी कलेक्टर की अनुपस्थिति के कारण वे मुक्त नहीं हो पा रहे। इसी तरह अनुराग तिवारी का सतना तबादला भी अटका हुआ है। जबकि कुछ अधिकारियों ने रीवा में आमद दर्ज करा ली है, बाकी अब तक पुराने पदों पर ही जमे हुए हैं।

Loading...

Oct 06, 2025just now

अटल भूजल योजना में भ्रष्टाचार का खुलासा: चित्रकूट में 23.45 लाख से बने तालाब को प्रधानपति ने उखाड़ा, सरकारी धन की बंदरबांट से ग्रामीणों में आक्रोश

4

0

अटल भूजल योजना में भ्रष्टाचार का खुलासा: चित्रकूट में 23.45 लाख से बने तालाब को प्रधानपति ने उखाड़ा, सरकारी धन की बंदरबांट से ग्रामीणों में आक्रोश

चित्रकूट जिले के शिवरामपुर ग्राम पंचायत में अटल भूजल योजना के तहत 23 लाख 45 हजार रुपए की लागत से बने पटटा तालाब को ग्राम प्रधानपति ने ट्रैक्टर लगाकर तोड़ डाला। तालाब की इंटरलॉकिंग, रेलिंग और पत्थर उखाड़कर गायब कर दिए गए। ग्रामीणों ने आरोप लगाया है कि यह सब सरकारी धन के दुरुपयोग और भ्रष्टाचार को छिपाने के लिए किया गया है। प्रशासन ने जांच शुरू कर दी है और दोषियों पर सख्त कार्रवाई की बात कही है।

Loading...

Oct 06, 2025just now

सेरेब्रल पाल्सी: गर्भावस्था से शुरू होने वाली दर्दनाक बीमारी, बच्चों को बना देती है आजीवन अपंग - हर साल 100 से ज्यादा मामले जिले में

6

0

सेरेब्रल पाल्सी: गर्भावस्था से शुरू होने वाली दर्दनाक बीमारी, बच्चों को बना देती है आजीवन अपंग - हर साल 100 से ज्यादा मामले जिले में

सेरेब्रल पाल्सी तंत्रिका तंत्र से जुड़ी एक गंभीर और दर्दनाक बीमारी है, जो गर्भावस्था के दौरान या जन्म के बाद भी हो सकती है। इस बीमारी में बच्चे का मस्तिष्क कमजोर हो जाता है, जिससे शरीर की कई नसें काम करना बंद कर देती हैं। सतना जिले के पीकू वार्ड में हर साल 100 से अधिक बच्चे इस बीमारी से पीड़ित होकर भर्ती किए जाते हैं। डॉक्टरों के अनुसार, इसका कोई स्थायी इलाज नहीं है, लेकिन फिजियोथेरेपी बच्चों के जीवन में सुधार लाने का सबसे बड़ा सहारा है।

Loading...

Oct 06, 2025just now

RELATED POST

रीवा में राजस्व कोर्ट व्यवस्था चरमराई: शासन के आदेश से 9 अधिकारी अब भी लूप लाइन में, केवल 3 को मिली राहत

5

0

रीवा में राजस्व कोर्ट व्यवस्था चरमराई: शासन के आदेश से 9 अधिकारी अब भी लूप लाइन में, केवल 3 को मिली राहत

शासन के हालिया आदेश ने रीवा जिले की राजस्व न्यायालय व्यवस्था को अस्त-व्यस्त कर दिया है। कई अधिकारियों के पास एक साथ कई राजस्व कोर्ट हैं, जिससे सुनवाई प्रभावित हो रही है। नौ नायब तहसीलदार अब भी लूप लाइन में भटक रहे हैं, जबकि तीन अधिकारियों को ही न्यायालयीन जिम्मेदारी सौंपी गई है। आदेश के खिलाफ प्रदेशभर में विरोध और हड़ताल हुई थी, जिसके बाद कलेक्टर को स्थानीय प्राथमिकता के आधार पर कार्य वितरण का अधिकार मिला।

Loading...

Oct 06, 2025just now

रीवा में साइबर ठगी का भयावह दौर: जनवरी—सितंबर में साढ़े तीन सौ से अधिक पीड़ित, जालसाजों ने ऐंठे डेढ़ करोड़ रुपए

6

0

रीवा में साइबर ठगी का भयावह दौर: जनवरी—सितंबर में साढ़े तीन सौ से अधिक पीड़ित, जालसाजों ने ऐंठे डेढ़ करोड़ रुपए

रीवा में जनवरी से सितंबर तक साइबर धोखाधड़ी के 9 महीने में साढ़े तीन सौ (≈350) से अधिक लोग ठगी के शिकार हुए। वर्क-फ्रॉम-होम, फेक क्रेडिट मैसेज, कस्टमर-केयर नंबर क्लोनिंग, रिश्तेदार बनकर धोखा, ऐप डाउनलोड कराकर ठगी सहित अलग-अलग चालों से कुल करीब ₹1.5 करोड़ ऐंठे गए।

Loading...

Oct 06, 2025just now

एडीएम पदोन्नति के बाद भी एसडीएम की कुर्सी नहीं छोड़ी: स्थानांतरण आदेशों के दो महीने बाद भी रीवा–सतना–सिंगरौली में रुकावटें बरकरार

5

0

एडीएम पदोन्नति के बाद भी एसडीएम की कुर्सी नहीं छोड़ी: स्थानांतरण आदेशों के दो महीने बाद भी रीवा–सतना–सिंगरौली में रुकावटें बरकरार

राज्य शासन द्वारा अगस्त में जारी स्थानांतरण आदेशों के दो महीने बीत चुके हैं, लेकिन कई अधिकारी अब तक नई पदस्थापना पर नहीं पहुंच पाए हैं। त्योंथर एसडीएम पी.एस. त्रिपाठी को एडीएम सिंगरौली बनाया गया, पर डिप्टी कलेक्टर की अनुपस्थिति के कारण वे मुक्त नहीं हो पा रहे। इसी तरह अनुराग तिवारी का सतना तबादला भी अटका हुआ है। जबकि कुछ अधिकारियों ने रीवा में आमद दर्ज करा ली है, बाकी अब तक पुराने पदों पर ही जमे हुए हैं।

Loading...

Oct 06, 2025just now

अटल भूजल योजना में भ्रष्टाचार का खुलासा: चित्रकूट में 23.45 लाख से बने तालाब को प्रधानपति ने उखाड़ा, सरकारी धन की बंदरबांट से ग्रामीणों में आक्रोश

4

0

अटल भूजल योजना में भ्रष्टाचार का खुलासा: चित्रकूट में 23.45 लाख से बने तालाब को प्रधानपति ने उखाड़ा, सरकारी धन की बंदरबांट से ग्रामीणों में आक्रोश

चित्रकूट जिले के शिवरामपुर ग्राम पंचायत में अटल भूजल योजना के तहत 23 लाख 45 हजार रुपए की लागत से बने पटटा तालाब को ग्राम प्रधानपति ने ट्रैक्टर लगाकर तोड़ डाला। तालाब की इंटरलॉकिंग, रेलिंग और पत्थर उखाड़कर गायब कर दिए गए। ग्रामीणों ने आरोप लगाया है कि यह सब सरकारी धन के दुरुपयोग और भ्रष्टाचार को छिपाने के लिए किया गया है। प्रशासन ने जांच शुरू कर दी है और दोषियों पर सख्त कार्रवाई की बात कही है।

Loading...

Oct 06, 2025just now

सेरेब्रल पाल्सी: गर्भावस्था से शुरू होने वाली दर्दनाक बीमारी, बच्चों को बना देती है आजीवन अपंग - हर साल 100 से ज्यादा मामले जिले में

6

0

सेरेब्रल पाल्सी: गर्भावस्था से शुरू होने वाली दर्दनाक बीमारी, बच्चों को बना देती है आजीवन अपंग - हर साल 100 से ज्यादा मामले जिले में

सेरेब्रल पाल्सी तंत्रिका तंत्र से जुड़ी एक गंभीर और दर्दनाक बीमारी है, जो गर्भावस्था के दौरान या जन्म के बाद भी हो सकती है। इस बीमारी में बच्चे का मस्तिष्क कमजोर हो जाता है, जिससे शरीर की कई नसें काम करना बंद कर देती हैं। सतना जिले के पीकू वार्ड में हर साल 100 से अधिक बच्चे इस बीमारी से पीड़ित होकर भर्ती किए जाते हैं। डॉक्टरों के अनुसार, इसका कोई स्थायी इलाज नहीं है, लेकिन फिजियोथेरेपी बच्चों के जीवन में सुधार लाने का सबसे बड़ा सहारा है।

Loading...

Oct 06, 2025just now