दोपहर करीब 1:30 बजे का समय था, जब अहमदाबाद के मेघानीनगर इलाका रोजमर्रा की गहमागहमी में डूबा हुआ था। अचानक आसमान से आती एक तेज गड़गड़ाहट और फिर भयावह धमाके ने सब कुछ थर्रा दिया।
By: Star News
Jun 12, 20256:22 PM
अहमदाबाद.स्टार समाचार वेब
दोपहर करीब 1:30 बजे का समय था, जब अहमदाबाद के मेघानीनगर इलाका रोजमर्रा की गहमागहमी में डूबा हुआ था। अचानक आसमान से आती एक तेज गड़गड़ाहट और फिर भयावह धमाके ने सब कुछ थर्रा दिया। यह कोई मामूली आवाज नहीं थी, बल्कि एयर इंडिया की लंदन जाने वाली फ्लाइट AI171 का दुखद अंत था। इस हृदय विदारक हादसे के प्रत्यक्षदर्शियों की जुबानी, उस खौफनाक मंजर की कहानी रोंगटे खड़े कर देती है।
"इंजन से आग निकल रही थी, फिर धमाका!"
मेघानीनगर के पास रहने वाले संजय भाई पटेल ने बताया, "मैं अपनी दुकान पर बैठा था। मैंने देखा कि विमान उड़ान भर रहा था, लेकिन कुछ ही सेकंड में उसके एक इंजन से आग की लपटें निकलने लगीं। कुछ पल के लिए लगा कि वह वापस लौट जाएगा, लेकिन फिर वह नीचे आने लगा। एक तेज धमाका हुआ और आसमान काले धुएं से भर गया।" संजय भाई के अनुसार, विमान बहुत कम ऊंचाई पर था और तेजी से नीचे आ रहा था।
मेडिकल कॉलेज हॉस्टल के पास का मंजर
हादसा उस जगह हुआ, जहाँ मेडिकल कॉलेज का हॉस्टल है। हॉस्टल के एक छात्र अमित शर्मा ने बताया, "हम लोग कमरे में थे। अचानक छत से जोरदार आवाज आई, जैसे कुछ फटा हो। खिड़की से देखा तो पता चला कि विमान का एक हिस्सा हमारे हॉस्टल के पास गिरा है। कुछ ही देर में पूरा हॉस्टल धुआं और आग की लपटों से घिर गया। बाहर निकला तो देखा विमान का मलबा बिखरा पड़ा था और चारों तरफ आग ही आग थी। यह सब इतनी जल्दी हुआ कि किसी को संभलने का मौका ही नहीं मिला।"
"आग का गोला आसमान से गिरा..."
पास ही काम कर रहे मजदूर रामेश भाई ने बताया, "मैंने ऐसा कभी नहीं देखा था। यह आसमान से गिरता हुआ आग का गोला था। मुझे लगा कि यह मेरे ऊपर ही गिरेगा। जब वह जमीन पर गिरा, तो इतनी तेज आवाज हुई कि मेरी रूह कांप गई। फिर कुछ देर तक सिर्फ चीखें और धुएं का गुबार था।" रामेश भाई ने बताया कि कुछ लोग मदद के लिए भागे, लेकिन आग इतनी भीषण थी कि कोई पास नहीं जा पा रहा था।
"हमें लगा भूकंप आ गया"
हादसे के कुछ दूर रहने वाली गृहिणी मीनू बेन ने कहा, "पूरा घर हिल गया। मैं डर गई कि छत गिर जाएगी। जब बाहर आकर देखा तो बस आसमान में काला धुआं था और लोगों की चीख-पुकार सुनाई दे रही थी। यह बहुत डरावना था।"
प्रत्यक्षदर्शियों की कहानियाँ उस भयावह पल को दर्शाती हैं जब एक ही झटके में कई जिंदगियां काल के गाल में समा गईं। यह हादसा अहमदाबाद के लोगों के जेहन में एक गहरा घाव छोड़ गया है।