कभी सिर्फ किचन की जरूरत माने जाने वाला टमाटर अब मध्यप्रदेश की ताकत बन चुका है। सीएम डॉ. मोहन यादव ने बताया कि प्रदेश ने टमाटर उत्पादन में पूरे देश में पहला स्थान हासिल किया है। इसका श्रेय राज्य की प्रगतिशील कृषि नीतियों, किसानों की मेहनत और सरकार की प्रोत्साहन योजनाओं को जाता है।
By: Arvind Mishra
Oct 25, 20257 hours ago
भोपाल। स्टार समाचार वेब
कभी सिर्फ किचन की जरूरत माने जाने वाला टमाटर अब मध्यप्रदेश की ताकत बन चुका है। सीएम डॉ. मोहन यादव ने बताया कि प्रदेश ने टमाटर उत्पादन में पूरे देश में पहला स्थान हासिल किया है। इसका श्रेय राज्य की प्रगतिशील कृषि नीतियों, किसानों की मेहनत और सरकार की प्रोत्साहन योजनाओं को जाता है। सीएम ने कहा कि प्रदेश के सब्जी उत्पादक किसानों को सरकार की प्रोत्साहन योजनाओं का भरपूर लाभ मिल रहा है। खास तौर पर टमाटर की खेती में किसानों की रुचि तेजी से बढ़ी है, जिससे वे आर्थिक रूप से मजबूत हो रहे हैं। सरकार ने किसानों के लिए टमाटर बीज पर 50 प्रतिशत तक अनुदान देने की व्यवस्था की है। इस अनुदान से किसानों की लागत आधी रह जाती है। उत्पादन क्षमता में दोगुनी वृद्धि देखने को मिल रही है। टमाटर की नई किस्में और आधुनिक तकनीकों का उपयोग अब आम हो चुका है।
मुख्यमंत्री मोहन यादव ने बताया कि पीएम सूक्ष्म खाद्य उद्यम उन्नयन योजना के तहत टमाटर आधारित लघु उद्योगों को भी बढ़ावा दिया जा रहा है। इससे किसान सिर्फ उपज बेचने तक सीमित नहीं, बल्कि टमाटर प्रोसेसिंग, सॉस, प्यूरी और केचप जैसे उत्पादों का निर्माण कर उद्यमी बन रहे हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि इस योजना ने किसानों को न सिर्फ आत्मनिर्भर बनाया है, बल्कि उन्हें अपनी उपज से अधिकतम लाभ अर्जित करने का अवसर भी दिया है। अब मध्यप्रदेश के कई जिलों जैसे सागर, रतलाम, इंदौर, छिंदवाड़ा और धार में किसान टमाटर से जुड़ी वैल्यू चेन में सक्रिय रूप से जुड़ चुके हैं।