मध्य प्रदेश के रायसेन और दमोह जिलों में मतदाता सूची सर्वे (SIR) कर रहे दो शिक्षकों (BLO) की मौत हो गई। परिजनों ने काम के दबाव को वजह बताया, जबकि रायसेन में एक BLO छह दिन से लापता है। प्रशासन ने जांच और सहायता का आश्वासन दिया।
By: Ajay Tiwari
Nov 22, 20256:38 PM
दमोह/ रायसेन. स्टार समाचार वेब
मध्य प्रदेश के रायसेन और दमोह जिलों में विशेष संक्षिप्त पुनरीक्षण (SIR) के तहत मतदाता सूची सर्वे का कार्य कर रहे दो शिक्षक (BLO) की शुक्रवार देर रात मृत्यु हो गई। रायसेन में मृतक की पहचान रमाकांत पांडे और दमोह में सीताराम गोंड (50) के रूप में हुई है। हालांकि अधिकारियों ने दोनों मौतों की वजह बीमारी बताई है, लेकिन परिजनों और सहयोगी शिक्षकों का आरोप है कि मतदाता सूची सर्वे के अत्यधिक कार्य दबाव के कारण उनकी जान चली गई।
रायसेन के रमाकांत पांडे मंडीदीप में सर्वे का कार्य कर रहे थे। SDO एवं निर्वाचन पंजीकरण अधिकारी चंद्रशेखर श्रीवास्तव ने उनकी मौत का कारण बीमारी बताया और कहा कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार है। वहीं, मृतक की पत्नी रेखा पांडे ने आरोप लगाया कि उनके पति पर सर्वे का भारी दबाव था और वह लगातार चार दिन से सोए नहीं थे। वह रोजाना देर रात तक ऑनलाइन मीटिंग और काम में लगे रहते थे। पत्नी के अनुसार, ऑनलाइन मीटिंग जॉइन करने के दौरान ही वे बेहोश होकर गिर पड़े, जिसके बाद अस्पताल में डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
इसी तरह, दमोह में BLO सीताराम गोंड गुरुवार शाम मतदाता सूची भरते समय अचानक बीमार पड़ गए। उन्हें जबलपुर रेफर किया गया, जहां शुक्रवार रात इलाज के दौरान उनकी मृत्यु हो गई।
इन दो दुखद घटनाओं के बीच, रायसेन जिले से एक और चिंताजनक खबर है, जहां BLO नारायण दास सोनी पिछले छह दिनों से लापता हैं। पुलिस और परिवार उनकी तलाश में जुटे हैं।
रायसेन और दमोह प्रशासन ने इन दोनों मामलों की जांच करने और नियमों के अनुसार मृतक के परिजनों को सहायता और सहानुभूति नियुक्ति देने की बात कही है। दूसरी ओर, शिक्षक संगठनों ने BLOs के लिए सुरक्षित कार्य वातावरण, समयबद्ध लक्ष्य और मानवीय व्यवहार सुनिश्चित करने की मांग उठाई है।