रीवा में मानसून की दस्तक के साथ होमगार्ड और एसडीईआरएफ अलर्ट मोड में, बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में 70 से अधिक जवान तैनात। सेमरिया, जवा, त्योंथर समेत तराई क्षेत्रों में राहत एवं बचाव के लिए 3 क्यूआरटी टीमें तैयार।
By: Star News
Jun 21, 2025just now
मानसून को लेकर होमगार्ड व एसडीईआरएफ तैयार
रीवा, स्टार समाचार वेब
मानसून ने जिले में दस्तक देते हुए अपने इरादे जाहिर कर दिए है। ऐसे में बारिश की वजह से होने वाली क्षति को लेकर होम गार्ड व एसडीईआरएफ को अलर्ट मोड़ पर रखा गया है। बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में 70 से अधिक जवानों को सुरक्षा उपकरणों के साथ तैनात कर दिया गया है। इसमें ज्यादातर क्षेत्र जिले के तराई अंचल के हैं। टीम को राहत एवं बचाव कार्य का प्रशिक्षण भी लगातार दिया जा रहा है।
उल्लेखनीय है कि रीवा जिले का तराई क्षेत्र बाढ़ प्रभावित माना जाता है। यहां बारिश के मौसम में अक्सर बाढ़ आती है। सबसे ज्यादा प्रभावित त्योंथर व जवा तहसील का क्षेत्र होता है। इसके अलावा सेमरिया में भी बाढ़ का खतरा मडराता रहता है। लिहाजा यहां पर बाढ़ आपदा से निबटने की तैयारी पूरी कर ली गई है। बताया गया है कि होमगार्ड समेत एसडीईआरएफ के 70 से अधिक जवानों को तैनात किया गया है। जिनकी अलग-अलग टीम बना कर ड्यूटी लगाई गई है। इन जवानों को सेमरिया, जवा, सोहागी, त्योंथर, लौर, सोनौरी में तैनात किया गया है। इसके अलावा एसडीईआरएफ के 10 जवानों को स्टैंड बाई में रखा गया है। जो रीवा के पुलिस कंट्रोल रूम में है। जिन्हें जरुरत पडने पर बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में भेजा जायेगा।
निगरानी करेंगे अधिकारी
होम गार्ड व एसडीईआरएफ द्वारा किये जाने वाले राहत एवं बचाव कार्य की अधिकारी सतत निगरानी करेंगे। इस संबंध में होमगार्ड सेनानी मिनाक्षी सिंह चौहान ने आवश्यक दिशा-निर्देश भी जारी किया है। वहीं टीम का नेतृत्व प्लाटून कमांडर विकास पाण्डेय को सौंपा गया है। इसके अलावा कुछ जवानों को रिजर्व भी रखा गया है। जिन्हें जरुरत के तहत संबंधित स्थानों पर भेजा जायेगा।
3 क्बिक रिस्पांस टीम
बाढ़ से निपटने के लिये होमगार्ड और एसडीईआरएफ के जवानों को मिलाकर तीन क्विक रिस्पांस टीम यानी क्यूआरटी भी बनाई गई है। इसमें स्थानीय निवासियों को भी शामिल किया गया है। ये टीम सूचना के तत्काल बाद मौके पर पहुंचेगी और राहत एवं बचाव कार्य में पहले से तैनात टीम की मदद करेगी।
दिये गये यह उपकरण