सतना जिला अस्पताल में 11 माह बाद फिर शुरू हुई आयुष विंग। अब एक छत के नीचे मिलेंगी आयुर्वेद और एलोपैथी चिकित्सा सेवाएं। दो डॉक्टर और दो कम्पाउंडर करेंगे सेवाएं। जानिए क्यों बंद हुई थी यह सुविधा और नई बिल्डिंग का क्या है हाल?
By: Yogesh Patel
Jun 28, 2025just now
एक छत के नीचे फिर मिलेगी आयुर्वेद एवं एलोपैथी की सुविधा, दो चिकित्सक देंगे सेवाएं
सतना, स्टार समाचार वेब
एक बार फिर से एक छत के नीचे आयुर्वेद एवं एलोपैथी चिकित्सा की सुविधा मिलेगी। 11 माह बाद जिला चिकित्सालय में आयुष विभाग की आयुष विंग शुरू कर दी गई है। आयुष विंग जिला चिकित्सालय की ओपीडी के समयानुसार संचालित होगी। आयुष विभाग ने विंग में अभी फिलहाल दो डॉक्टर एवं दो कम्पाउंडरों की नियुक्ति की है जो तीन-तीन दिनों में आयुष विंग में अपनी सेवाएं देंगे। उल्लेखनीय है कि पिछले साल आयुष विंग में मरीजों की कम संख्या व स्टाफ की क मी के चलते आयुष संचालनालय के निर्देश के बाद बंद करवा दिया गया था। बताया गया कि जिला चिकित्सालय में आयुष विंग पिछले लगभग 13 साल से संचालित था। आयुष विभाग की यहां की खुद की डिस्पेंसरी नहीं थी। इतना ही नहीं पद भी स्वीकृत नहीं थे। पिछले साल 30 जुलाई को सतना समेत 22 जिलों के एलोपैथी चिकित्सालय में आयुष चिकित्सा उपलब्ध कराने के उद्देश्य से आयुष विंग की स्थापना एवं संचालन के लिए पद स्वीकृति का निर्णय भोपाल में सीएम मोहन यादव ने मंत्रि परिषद में लिया, और इधर 1 अगस्त से आयुष विंग में ताला लटक गया था। सवाल यह है कि जब जिला अस्पताल में ही विंग का संचालन करना था तो फिर इसे बंद कर एक साल तक जिला अस्पताल पहुंचने वाले मरीजों को इस सुविधा से क्यों वंचित रखा गया?
इधर 4 सालों से अटका काम
सतना में आयुष विंग बिल्डिंग निर्माण का काम पिछले लगभग 4 साल से अटका हुआ है। खोवा मंडी के पास आयुष विंग बनाने की अनुमति दी गई है लेकिन बिल्डिंग निर्माण अभी तक शुरू नहीं हो सका। बताया गया कि आयुष विंग की नई बिल्डिंग बनाने के लिए दूसरी बार टेंडर हुए है। 2021-22 में राष्ट्रीय आयुष मिशन के अर्न्तगत जिला अस्पताल में लगभग 35-40 लाख की लागत से आयुष विंग तैयार कर पंचकर्म की सुविधा देने का प्लान बनाया गया था।