अपने बयानों को लेकर अक्सर सुर्खियों में रहने वाली भाजपा नेत्री और एनिमल राइट्स एक्टिविस्ट मेनका गांधी ने चार धाम यात्रा और पर्यावरण को लेकर तीखी टिप्पणी की है। उन्होंने कहा- मुझे लगता है भगवान भी चार धामों से भाग गए है। पिछले साल 700 जानवर हेमकुंड से गिरकर मारे गए। कौन भगवान टिकेगा इसमें।
By: Arvind Mishra
नई दिल्ली। स्टार समाचार वेब
अपने बयानों को लेकर अक्सर सुर्खियों में रहने वाली भाजपा नेत्री और एनिमल राइट्स एक्टिविस्ट मेनका गांधी ने चार धाम यात्रा और पर्यावरण को लेकर तीखी टिप्पणी की है। उन्होंने कहा- मुझे लगता है भगवान भी चार धामों से भाग गए है। पिछले साल 700 जानवर हेमकुंड से गिरकर मारे गए। कौन भगवान टिकेगा इसमें। जहां कभी घास के मैदान और फूलों की खूबसूरती से स्वर्ग जैसा एहसास होता था, आज वहां जाना दिल तोड़ देता है। पक्षियों को लेकर हो रही बहस पर भी मेनका गांधी ने कहा कि कबूतरों से इंसानों को कोई खतरा नहीं है। दुनिया में कबूतरों से आज तक एक भी मौत नहीं हुई है। मुंबई में 57 कबूतरखाने हैं, जिनमें से 4-5 तोड़ दिए गए हैं। अब मुख्यमंत्री ने एक कमेटी बनाई है और मुझे भरोसा है कि रिपोर्ट आने के बाद फिर से कबूतरखाने बनाए जाएंगे।
मेनका गांधी ने केरल सरकार के जंगली सूअरों को मारने के फैसले की आलोचना भी की। मेनका ने चेतावनी दी कि अगर सूअरों को मारा गया तो आने वाले पांच सालों में वहां एक भी पेड़ नहीं बचेगा। उन्होंने कहा- जंगलों में ब्रैकन फर्न तेजी से फैलता है, जिसकी वजह से पेड़ों की वृद्धि रुक जाती है। केवल जंगली सूअर ही इस पौधे को खाते हैं।