तेलंगाना सरकार... राज्यपाल के पास कोई विवेकाधिकार नहीं... कैबिनेट की सलाह लेने के लिए बाध्य

तेलंगाना सरकार ने बुधवार को सुप्रीम कोर्ट में कहा कि राज्यपाल अभियोजन स्वीकृति देने के मामले में भी मंत्रिपरिषद की सलाह लेने के लिए बाध्य होते हैं। जब कोई मंत्री या मुख्यमंत्री किसी आपराधिक मामले में शामिल हों, तभी राज्यपाल पर ये बाध्यता नहीं होती।

By: Arvind Mishra

Sep 10, 2025just now

view4

view0

तेलंगाना सरकार... राज्यपाल के पास कोई विवेकाधिकार नहीं... कैबिनेट की सलाह लेने के लिए बाध्य

सुप्रीम कोर्ट ।

  • तेलंगाना सरकार के वकील ने सुप्रीम कोर्ट में दी दलील

  • राज्यपालों को उचित समय के भीतर कार्य करना चाहिए

नई दिल्ली। स्टार समाचार वेब

तेलंगाना सरकार ने बुधवार को सुप्रीम कोर्ट में कहा कि राज्यपाल अभियोजन स्वीकृति देने के मामले में भी मंत्रिपरिषद की सलाह लेने के लिए बाध्य होते हैं। जब कोई मंत्री या मुख्यमंत्री किसी आपराधिक मामले में शामिल हों, तभी राज्यपाल पर ये बाध्यता नहीं होती। भारत के मुख्य न्यायाधीश जस्टिस बीआर गवई की अध्यक्षता वाली पांच सदस्यीय संविधान पीठ, राष्ट्रपति और राज्यपालों के लिए विधेयक को मंजूरी देने की समय सीमा तय करने के मामले में सुनवाई कर रही है। इस पीठ में जस्टिस गवई के अलावा जस्टिस सूर्यकांत, जस्टिस विक्रम नाथ, जस्टिस पीएस नरसिम्हा और जस्टिस एएस चंदुरकर भी शामिल हैं। इससे पहले मंगलवार को सुनवाई के दौरान सुप्रीम कोर्ट ने कहा था कि राज्यपालों से अपेक्षा की जाती है कि वे उचित समय के भीतर कार्य करें, भले ही अनुच्छेद 200 में जितनी जल्दी संभव हो  जैसी शब्दावली न होती। इस अनुच्छेद के तहत ही राज्यपाल को राज्य विधानसभा द्वारा पारित विधेयकों पर सहमति देने के प्रावधान का जिक्र है।

पूर्वाग्रहों पर भी करना चाहिए गौर

तेलंगाना सरकार की ओर से पेश वरिष्ठ अधिवक्ता निरंजन रेड्डी ने संविधान पीठ के समक्ष दी अपनी दलील में कहा कि राष्ट्रपति के संदर्भ पर सुनवाई करते समय सर्वोच्च न्यायालय को विधेयक पर राज्यपाल के अंतर्निहित पूर्वाग्रहों पर भी गौर करना चाहिए। सुनवाई के नौवें दिन तेलंगाना के वकील ने कहा कि अनुच्छेद 200 के प्रावधान के तहत राज्यपाल के पास कोई विवेकाधिकार नहीं होता और वे मंत्रिपरिषद की सहायता और सलाह लेने के लिए बाध्य होते हैं।

अनुच्छेद 200 के प्रावधानों पर बहस

अनुच्छेद 200 राज्य विधानमंडल द्वारा पारित विधेयकों के संबंध में राज्यपाल की शक्तियों को नियंत्रित करता है, जिससे उन्हें विधेयक को मंजूरी देने, मंजूरी रोकने, विधेयक को पुनर्विचार के लिए वापस करने या राष्ट्रपति के विचार के लिए विधेयक को आरक्षित करने का अधिकार मिलता है।  

राष्ट्रपति और राज्यपाल नाममात्र के प्रमुख

अदालत राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू द्वारा भेजे गए 14 प्रश्नों की जांच कर रही है, जिनमें राष्ट्रपति ने पूछा है कि क्या न्यायिक आदेश राज्य विधानसभाओं द्वारा पारित विधेयकों पर विचार करते समय राष्ट्रपति द्वारा विवेकाधिकार के प्रयोग के लिए समय-सीमाएं निर्धारित कर सकते हैं। इस मामले पर सुनवाई के दौरान कर्नाटक सरकार ने दलील दी कि सांविधानिक व्यवस्था के तहत, राष्ट्रपति और राज्यपाल केवल नाममात्र के प्रमुख हैं, जो केंद्र और राज्य दोनों जगह मंत्रिपरिषद की सलाह पर और उनकी मदद से काम करने के लिए बाध्य हैं।

COMMENTS (0)

RELATED POST

बिहार में ₹4,447 करोड़ का मोकामा-मुंगेर हाईवे: कनेक्टिविटी को मिलेगी नई रफ्तार

5

0

बिहार में ₹4,447 करोड़ का मोकामा-मुंगेर हाईवे: कनेक्टिविटी को मिलेगी नई रफ्तार

केंद्र सरकार ने बिहार में बुनियादी ढांचे को बढ़ावा देने के लिए दो प्रमुख परियोजनाओं को मंजूरी दी है। इनमें बक्सर-भागलपुर कॉरिडोर के हिस्से के रूप में मोकामा-मुंगेर खंड पर ₹4,447 करोड़ की लागत से 4-लेन ग्रीनफील्ड हाईवे का निर्माण और बिहार, झारखंड और पश्चिम बंगाल को जोड़ने वाली भागलपुर-दुमका-रामपुरहाट रेलवे लाइन का दोहरीकरण शामिल है। जानें कैसे ये परियोजनाएं दक्षिणी बिहार की कनेक्टिविटी को बदलेंगी और रोजगार के अवसर पैदा करेंगी।

Loading...

Sep 10, 2025just now

तेलंगाना सरकार... राज्यपाल के पास कोई विवेकाधिकार नहीं... कैबिनेट की सलाह लेने के लिए बाध्य

5

0

तेलंगाना सरकार... राज्यपाल के पास कोई विवेकाधिकार नहीं... कैबिनेट की सलाह लेने के लिए बाध्य

तेलंगाना सरकार ने बुधवार को सुप्रीम कोर्ट में कहा कि राज्यपाल अभियोजन स्वीकृति देने के मामले में भी मंत्रिपरिषद की सलाह लेने के लिए बाध्य होते हैं। जब कोई मंत्री या मुख्यमंत्री किसी आपराधिक मामले में शामिल हों, तभी राज्यपाल पर ये बाध्यता नहीं होती।

Loading...

Sep 10, 2025just now

पंजाब में बाढ़ का कहर बरकरार... मप्र के चार जिलों में अति बारिश का अलर्ट... भोपाल में निकली धूप

4

0

पंजाब में बाढ़ का कहर बरकरार... मप्र के चार जिलों में अति बारिश का अलर्ट... भोपाल में निकली धूप

देश में बारिश-बाढ़ का कहर थमने का नाम नहीं ले रहा है। शहर और गांवों में एक जैसे हालात हो गए हैं। लोगों की जिंदगी बेपटरी हो गई है। स्कूल-कॉलेज बंद होने से बच्चों की पढ़ाई भी चौपट हो रही है। वहीं किसानों का तो हाल बेहाल है। सभी फसलें बर्बाद हो गई हैं। इधर, पंजाब के सभी 23 जिले अभी भी बाढ़ की चपेट में हैं।

Loading...

Sep 10, 20252 hours ago

आठ ठिकानों पर छापा... रांची से एक आतंकवादी अरेस्ट

5

0

आठ ठिकानों पर छापा... रांची से एक आतंकवादी अरेस्ट

दिल्ली पुलिस स्पेशल सेल ने झारखंड एटीएस और रांची पुलिस के संयुक्त अभियान में रांची के इस्लामनगर इलाके से एक आईएसआईएस आतंकवादी अजहर दानिश को गिरफ्तार किया गया। उसके खिलाफ दिल्ली में एक मामला दर्ज था, जिसके आधार पर दिल्ली स्पेशल सेल उसकी तलाश कर रही थी।

Loading...

Sep 10, 20253 hours ago

इस्तीफे के बाद पहला बयान... धनखड़ ने उत्तराधिकारी को बधाई ... कहा- पद की गरिमा और बढ़ेगी 

5

0

इस्तीफे के बाद पहला बयान... धनखड़ ने उत्तराधिकारी को बधाई ... कहा- पद की गरिमा और बढ़ेगी 

महाराष्ट्र के राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन ने मंगलवार को उपराष्ट्रपति चुनाव जीत लिया है। उन्होंने एनडीए उम्मीदवार के रूप में 452 वोट हासिल किए, जबकि विपक्षी उम्मीदवार बी सुदर्शन रेड्डी को 300 वोट मिले। इस जीत के बाद देशभर से उन्हें शुभकामनाएं मिल रही हैं। इसी बी  पूर्व उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने भी खुशी जाहिर की है।

Loading...

Sep 10, 20253 hours ago

RELATED POST

बिहार में ₹4,447 करोड़ का मोकामा-मुंगेर हाईवे: कनेक्टिविटी को मिलेगी नई रफ्तार

5

0

बिहार में ₹4,447 करोड़ का मोकामा-मुंगेर हाईवे: कनेक्टिविटी को मिलेगी नई रफ्तार

केंद्र सरकार ने बिहार में बुनियादी ढांचे को बढ़ावा देने के लिए दो प्रमुख परियोजनाओं को मंजूरी दी है। इनमें बक्सर-भागलपुर कॉरिडोर के हिस्से के रूप में मोकामा-मुंगेर खंड पर ₹4,447 करोड़ की लागत से 4-लेन ग्रीनफील्ड हाईवे का निर्माण और बिहार, झारखंड और पश्चिम बंगाल को जोड़ने वाली भागलपुर-दुमका-रामपुरहाट रेलवे लाइन का दोहरीकरण शामिल है। जानें कैसे ये परियोजनाएं दक्षिणी बिहार की कनेक्टिविटी को बदलेंगी और रोजगार के अवसर पैदा करेंगी।

Loading...

Sep 10, 2025just now

तेलंगाना सरकार... राज्यपाल के पास कोई विवेकाधिकार नहीं... कैबिनेट की सलाह लेने के लिए बाध्य

5

0

तेलंगाना सरकार... राज्यपाल के पास कोई विवेकाधिकार नहीं... कैबिनेट की सलाह लेने के लिए बाध्य

तेलंगाना सरकार ने बुधवार को सुप्रीम कोर्ट में कहा कि राज्यपाल अभियोजन स्वीकृति देने के मामले में भी मंत्रिपरिषद की सलाह लेने के लिए बाध्य होते हैं। जब कोई मंत्री या मुख्यमंत्री किसी आपराधिक मामले में शामिल हों, तभी राज्यपाल पर ये बाध्यता नहीं होती।

Loading...

Sep 10, 2025just now

पंजाब में बाढ़ का कहर बरकरार... मप्र के चार जिलों में अति बारिश का अलर्ट... भोपाल में निकली धूप

4

0

पंजाब में बाढ़ का कहर बरकरार... मप्र के चार जिलों में अति बारिश का अलर्ट... भोपाल में निकली धूप

देश में बारिश-बाढ़ का कहर थमने का नाम नहीं ले रहा है। शहर और गांवों में एक जैसे हालात हो गए हैं। लोगों की जिंदगी बेपटरी हो गई है। स्कूल-कॉलेज बंद होने से बच्चों की पढ़ाई भी चौपट हो रही है। वहीं किसानों का तो हाल बेहाल है। सभी फसलें बर्बाद हो गई हैं। इधर, पंजाब के सभी 23 जिले अभी भी बाढ़ की चपेट में हैं।

Loading...

Sep 10, 20252 hours ago

आठ ठिकानों पर छापा... रांची से एक आतंकवादी अरेस्ट

5

0

आठ ठिकानों पर छापा... रांची से एक आतंकवादी अरेस्ट

दिल्ली पुलिस स्पेशल सेल ने झारखंड एटीएस और रांची पुलिस के संयुक्त अभियान में रांची के इस्लामनगर इलाके से एक आईएसआईएस आतंकवादी अजहर दानिश को गिरफ्तार किया गया। उसके खिलाफ दिल्ली में एक मामला दर्ज था, जिसके आधार पर दिल्ली स्पेशल सेल उसकी तलाश कर रही थी।

Loading...

Sep 10, 20253 hours ago

इस्तीफे के बाद पहला बयान... धनखड़ ने उत्तराधिकारी को बधाई ... कहा- पद की गरिमा और बढ़ेगी 

5

0

इस्तीफे के बाद पहला बयान... धनखड़ ने उत्तराधिकारी को बधाई ... कहा- पद की गरिमा और बढ़ेगी 

महाराष्ट्र के राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन ने मंगलवार को उपराष्ट्रपति चुनाव जीत लिया है। उन्होंने एनडीए उम्मीदवार के रूप में 452 वोट हासिल किए, जबकि विपक्षी उम्मीदवार बी सुदर्शन रेड्डी को 300 वोट मिले। इस जीत के बाद देशभर से उन्हें शुभकामनाएं मिल रही हैं। इसी बी  पूर्व उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने भी खुशी जाहिर की है।

Loading...

Sep 10, 20253 hours ago