By: Arvind Mishra
Jul 27, 2025just now
हरिद्वार। स्टार समाचार वेब
उत्तराखंड में हरिद्वार के मनसा देवी मंदिर में रविवार सुबह 9:15 बजे भगदड़ मच गई। इसमें छह लोगों की मौत हो गई, जबकि 30 लोग घायल हो गए। हालांकि मृतकों का आंकड़ा बढ़ भी सकता है। वहीं कई लोग गंभीर रूप से से घायल हैं। दरअसल, यह मंदिर पहाड़ के ऊपर बना हुआ है और यहां पहुंचने के लिए 800 सीढ़ियां चढ़नी होती हैं। वहीं एक श्रद्धालु ने दावा किया है कि मंदिर पहुंचने के लिए करीब 25 सीढ़ियां बची थीं, तभी हादसा हुआ। रविवार को भीड़ बहुत ज्यादा थी। इस बीच कुछ लोग वहां लगे तार को पकड़कर आगे बढ़े। इस दौरान कुछ तार छिल गए और उनमें करंट आ गया। इससे अफरा-तफरी मच गई और सीढ़ियों पर गिरने से लोग मारे गए। इधर, हरिद्वार पुलिस ने मंदिर में करंट फैलने की बात को अफवाह बताया। गढ़वाल डिवीजन के कमिश्नर विनय शंकर पांडे ने कहा कि मंदिर में भारी भीड़ जुटने की वजह से हादसा हुआ। हरिद्वार एसएसपी प्रमेंद्र सिंह डोभाल ने कहा- मनसा देवी मंदिर में भगदड़ में 36 लोगों के घायल होने की सूचना मिली थी। इन्हें अस्पताल लाया गया, लेकिन 6 लोगों की मौत हो गई। बाकी का इलाज चल रहा है। इधर, हादसे पर सीएम पुष्कर सिंह धामी ने मजिस्ट्रियल जांच के निर्देश दिए हैं। साथ ही प्रदेश सरकार द्वारा मृतकों के परिजनों को दो-दो लाख और घायलों को 50-50 हजार रुपए की सहायता राशि प्रदान की जाएगी।
अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत रवींद्र पुरी मनसा देवी मंदिर के महंत हैं। रवींद्र पुरी ने बताया कि यह घटना मंदिर परिसर में नहीं हुई है। मंदिर में आने जाने के तीन रास्ते हैं। जिसमें से एक रास्ते में बारिश के कारण फिसलन हो गई थी। श्रद्धालुओं के फिसलने से अफवाह फैली और भगदड़ की स्थिति उत्पन्न हुई। इस वक्त मंदिर में हजारों लोग मौजूद हैं।
कलेक्टर मयूर दीक्षित ने कहा-हमने तस्वीरों और वीडियो के माध्यम से पाया कि किसी ने बिजली के तार टूटने की अफवाह फैलाई, जबकि घायलों या मृतकों को देखकर हमें ऐसा कोई संकेत नहीं मिला। हम जांच करेंगे कि किसने अफवाह फैलाई।
गंगा सभा से जुड़े तीर्थ पुरोहित उज्ज्वल पंडित ने कहा-यह घटना सुबह करीब 9 से 9:15 बजे के बीच हुई जब हमने तीर्थयात्रियों को मदद के लिए पुकारते सुना। चूंकि यह केवल पैदल चलने का रास्ता है, इसलिए तुरंत अफरा-तफरी और भ्रम की स्थिति पैदा हो गई। स्थानीय व्यापारी और निवासी शुरू में समझ ही नहीं पाए कि क्या हो रहा है। जल्द ही एम्बुलेंस पहुंच गईं और हमने घायलों को ले जाने में पुलिस की मदद की। माना जा रहा है कि रास्ते के पास एक चारदीवारी भी भगदड़ का कारण बनी।
मनसा देवी मंदिर मार्ग पर हुई भगदड़ पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी दु:ख जताया है। उन्होंने लिखा कि उत्तराखंड के हरिद्वार में मनसा देवी मंदिर मार्ग पर हुई भगदड़ में हुई जान-माल की हानि से अत्यंत दुखी हूं। अपनों को खोने वालों के प्रति संवेदना। घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूं। स्थानीय प्रशासन प्रभावित लोगों की सहायता कर रहा है। वहीं हरिद्वार स्थित मनसा देवी मंदिर मार्ग में भगदड़ पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने दु:ख जताया है।