तमिलनाडु के करूर में अभिनेता विजय की रैली में शनिवार देर रात मची भगदड़ में अब तक 39 लोगों की मौत हो गई है। 55 लोग आईसीयू में भर्ती हैं। दावा किया जा रहा है कि मृतकों का आंकड़ा बढ़ सकता है। पुलिस के मुताबिक, अभिनेता विजय की रैली के लिए 10 हजार लोगों की अनुमति थी।
By: Arvind Mishra
Sep 28, 202517 hours ago
चैन्नई। स्टार समाचार वेब
तमिलनाडु के करूर में अभिनेता विजय की रैली में शनिवार देर रात मची भगदड़ में अब तक 39 लोगों की मौत हो गई है। 55 लोग आईसीयू में भर्ती हैं। दावा किया जा रहा है कि मृतकों का आंकड़ा बढ़ सकता है। पुलिस के मुताबिक, अभिनेता विजय की रैली के लिए 10 हजार लोगों की अनुमति थी। लेकिन, 1 लाख 20 हजार स्क्वायर फीट एरिया में 50 हजार से ज्यादा लोग एकत्र हो गए। इस दौरान अभिनेता पांच घंटे की देरी से पहुंचे। विजय को बताया गया कि एक बच्ची गायब हो गई है। उन्होंने मंच से ही उसे खोजने की अपील की, जिसके बाद वहां अफरा-तफरी के हालात निर्मित हो गए और देखते ही देखते भगदड़ मच गई। उधर, केंद्रीय गृह मंत्रालय ने राज्य सरकार से मामले को लेकर रिपोर्ट तलब की है। वहीं, घटना के बाद विजय घायलों से नहीं मिले। वे चार्टर्ड फ्लाइट से सीधे चेन्नई रवाना हो गए।सीएम एम के स्टालिन ने मुख्यमंत्री राहत कोष से मृतकों के परिवारों को 10-10 लाख रुपए का मुआवजा देने की घोषणा की है। वहीं, जिन घायलों का अस्पताल में इलाज चल रहा है उन्हें एक लाख का मुआवजा दिया जाएगा।
तमिलनाडु पुलिस ने भगदड़ की जांच के लिए कमिशन का गठन किया है। वहीं, गृह मंत्रालय ने भी तमिलनाडु सरकार से मामले पर विस्तृत रिपोर्ट मांगी है। इस मामले में एक्टर विजय और उनकी पार्टी के लोगों से भी पूछताछ हो सकती है।
इधर, तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम के स्टालिन ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट शेयर करते हुए इस हादसे पर दुख व्यक्त किया है। उन्होंने मामले की जांच के लिए एकत सदस्यीय पैनल का गठन किया है, जिसकी अध्यक्षता रिटायर्ड हाईकोर्ट की जस्टिस अरुणा जगदीशन करेंगी।
मैदान में भीड़ बढ़ने की वजह से विजय को असहज महसूस होने लगा और विजय ने अपना भाषण बीच में ही रोक दिया। लोगों की मदद करने के लिए विजय ने भीड़ में पानी की बोतलें फेंकनी शुरू कर दी, जिसका वीडियो भी सामने आया है। इसी दौरान मौके पर भगदड़ की स्थिति बनने लगी और कुछ ही देर में हालात अनियंत्रित हो गए।
तमिलनाडु के डीजीपी इनचार्ज जी वेंकटरमन के अनुसार, रैलियों में भीड़ कम होती है। मगर, इस बार अचानक से जो भीड़ बढ़ी, इसकी किसी ने उम्मीद नहीं की थी। आयोजनकर्ताओं का अनुमान था कि रैली में 10,000 तक लोग आ सकते हैं, मगर मौके पर 50,000 से ज्यादा लोग पहुंच गए। इससे स्थिति अनियंत्रित हो गई।